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UP: बलिया में सरकारी दुकान को लेकर हुए विवाद में SDM और सीओ के सामने दिनदहाड़े युवक की गोली मारकर हत्‍या!

बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया स्थित दुर्जनपुर गांव में कोटे की दुकान के आवंटन को लेकर चली गोली से मरे जयप्रकाश पाल के भाई तेज प्रताप पाल ने बड़ा आरोप लगाया है। तेज प्रताप की माने तो आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को पुलिस ने पकड़ने के बाद भगा दिया। इतना ही नहीं आरोपी धीरेंद्र सिंह को बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह का खासा करीबी भी बताया जा रहा है।
मृतक पाल के बेटे और भाई ने मीडिया के सामने कहा कि आरोपी धीरेंद्र को मौके पर पकड़ लिया गया था। मृतक के भाई तेज बहादुर पाल की मानें तो पकड़े जाने के बाद धीरेंद्र को पुलिस ने भगा दिया। तेज बहादुर ने कहा, धीरेंद्र वर्तमान बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह का चहेता है। धीरेंद्र सिंह बीजेपी के फ्रंटल आर्गेनाईजेशन पूर्व सैनिक सेवा प्रकोष्ट से जुड़ा है। वहीं मृतक के बेटे अभिषेक कुमार पाल ने बताया कि कोटा को लेकर हुए विवाद में उसके पिता पर 20 राउंड के करीब गोलियां दागी गईं। जिसमें से 2-3 गोली लगने से उनकी मौत हो गई।

वायरल हुई सुरेंद्र सिंह के साथ आरोपी की तस्वीर
मृतक के भाई तेज बहादुर पाल ने आरोप लगाया कि आरोपी धीरेंद्र वर्तमान बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह के साथ ही रहता हैं, उन्हीं के शह पर दबंगई कर ग्रामीणों को परेशान करता रहा है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर धीरेंद्र सिंह और बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह की वायरल हो रही तस्वीर भी दोनों के बीच की नजदीकी भी बयान कर रही है। तस्वीर में विधायक सुरेंद्र सिंह, धीरेंद्र को मिठाई खिला रहे हैं।

पुलिस की लापरवाही से भागा आरोपी: DIG
वहीं दूसरी ओर इस मामले पर आजमगढ़ रेंज के डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मुख्य आरोपी के साथ 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए एक दर्जन से ज्यादा टीमें गठित की गई हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस दो दर्जन से ज्यादा जगहों पर आरोपियों की तलाश में दबिश डाल चुकी है। पुलिस ने इस केस को चुनौती के तौर पर लिया है और इस मामले में ऐसी करवाई की जाएगी कि आगे ऐसा अपराध करने से पहले व्यक्ति कई बार सोचने पर मजबूर हों। उन्होंने मौके से आरोपी के भागने को पुलिस की लापरवाही करार दिया, फिलहाल आरोपी धीरेंद्र पुलिस की पकड़ से बाहर है।

लापरवाह अधिकारी हुए सस्पेंड
बता दें कि यूपी के बलिया में सरकारी कोटे की दुकान को लेकर हुए विवाद में एसडीएम और सीओ के सामने दिनदहाड़े एक युवक की गोली मारकर हत्‍या कर दी गई। गोली चलते ही वहां भगदड़ मच गई। गोली लगने से घायल युवक को तत्‍काल अस्‍पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मौके से अफसर समेत सभी लोग भाग निकले। भगदड़ का फायदा उठाकर आरोपी भाजपा नेता धीरेंद्र सिंह भी फरार हो गया। इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए एसडीएम सुरेश कुमार पाल और सीओ चंद्रकेश सिंह समेत वहां ड्यूटी पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को तत्‍काल प्रभाव से सस्‍पेंड कर दिया गया है।

विवाद सुलझाने के लिए पंचायत बुलाई गई
ग्राम सभा दुर्जनपुर व हनुमानगंज की कोटे की दो दुकानों के कोटे के लिए पंचायत भवन पर बैठक बुलाई गई थी। एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेंद्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। दुकानों के लिये 4 स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया था।
दुर्जनपुर की दुकान के लिए दो समूहों के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया। अधिकारियों ने कहा कि वोटिंग वही करेगा, जिसके पास आधार या कोई दूसरा पहचान पत्र होगा। एक पक्ष के पास कोई आईडी प्रूफ नहीं था। इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया।

विवाद बढ़ने के बाद चले लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर
विवाद के दौरान लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर चलने लगे। एक पक्ष ने फायरिंग शुरू कर दी। दुर्जनपुर के जयप्रकाश उर्फ गामा पाल को धीरेंद्र ने ताबड़तोड़ चार गोलियां मार दीं। जयप्रकाश को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। जय प्रकाश दुर्जनपुर पुरानी बस्ती के रहने वाले थे। इस घटना में नरेंद्र सिंह (45), आराधना सिंह (45), आशा सिंह (40), राजेंद्र सिंह ( 45), अजय सिंह ( 50) और धर्मेंद्र सिंह (40) गंभीर रूप से घायल हैं। इस मामले में 8 नामजद और 25 अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इलाके में तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात की गई है।