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अमित शाह से मुलाकात के बाद फडणवीस बोले- महाराष्ट्र में ‘ऑपरेशन लोटस’ नहीं, अंतर्विरोधों से गिरेगी सरकार!

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा के नेता विपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र में ‘ऑपरेशन लोटस’ नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार अपने ही अंतर्विरोधों के कारण गिरेगी! उन्होंने कहा कि बीजेपी को सरकार गिराने में कोई इंटरेस्ट भी नहीं है।
देवेंद्र फडणवीस ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद यह बयान दिया। एक घंटे तक बंद कमरे में अमित शाह से उनकी चर्चा हुई। हांलाकि, बाहर निकलकर फडणवीस ने दावा किया कि शाह के साथ उनकी मुलाकात गैर राजनीतिक थी। उनकी दिल्ली यात्रा का मकसद प्रदेश के चीनी उद्योगों के लिए आर्थिक सहायता की मांग करना था। फडणवीस ने कहा कि हम राज्य सरकार को अस्थिर करने के इच्छुक नहीं हैं…यह समय कोरोना वायरस से संघर्ष का है। उन्होंने बताया, महाराष्ट्र में ‘ऑपरेशन लोटस’ नहीं होगा…हमने पहले ही कहा है कि सरकार में अपने अंतर्विरोध हैं और हम देखेंगे कि यह कब गिरती है।
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की स्थिति से भी अमित शाह को अवगत कराया है और इसके लिए प्रधानमंत्री से मुलाकात का वक्त मांगा है।

आज पीएम मोदी से मुलाकात
फडणवीस शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। महाराष्ट्र के चीन उद्योग से जुड़े और राकांपा-कांग्रेस से भाजपा में आए नेताओं रणजितसिंह निंबालकर, हर्षवर्धन पाटील, धनंजय महाडिक, विनय कोरे और जयकुमार गोरे को लेकर दिल्ली गए हैं। बता दें कि पश्चिम महाराष्ट्र का चीनी उद्योग ही राकांपा की असली ताकत है।

महाराष्ट्र के पूर्व CM देवेन्द्र फडनवीस ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान से भी उनके आवास पर शिष्टाचार मुलाकात की और महाराष्ट्र के किसानों और चीनी उद्योग से संबंधित अनेक मुद्दों पर चर्चा की और इन्हीं मुद्दों से संबंधित एक ज्ञापन भी सौंपा

फडणवीस ने उन अटकलों को भी खारिज कर दिया कि उन्हें दिल्ली में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने राष्ट्रीय राजनीति में किसी भूमिका के बारे में जानकारी दी गई है। हालांकि लंबे समय से यह चर्चा चल रही है कि महाराष्ट्र में सत्ता गंवाने के बाद देवेंद्र फडणवीस को भाजपा केंद्र में मंत्री बना सकती है। हाल ही में प्रदेशों में भाजपा के संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया पूरी हुई है और जल्द ही केंद्र में भी बड़े पैमाने पर फेरबदल होने की संभावना है। चर्चा है कि भाजपा की योजना केंद्रीय मंत्रिमंडल से कुछ मंत्रियों को हटाकर उन्हें संगठन में सक्रिय करने और उनकी जगह मंत्री पद पर नए चेहरों को मौका देने की है।

देवेंद्र फडणवीस को शाबासी
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के एक दिल छू लेने वाले बयान पर शिवसेना ने उन्हें शाबासी दी है। पार्टी के मुखपत्र सामना में शिवसेना ने देवेंद्र फडणवीस की तारीफ करते हुए कहा कि वह विपक्ष के नेता के तौर पर उत्तम काम कर रहे हैं, सामना में ऐसा कई बार कहा गया है। यही उनके लिए सबसे बड़ी शाबासी है।
शिवसेना ने ‘सामना’ के संपादकीय में बताया कि देवेंद्र फडणवीस ने अपने खास सहयोगी गिरीश महाजन से निवेदन किया है कि अगर उन्हें कोरोना होता है तो उन्हें सरकारी अस्पताल में ही भर्ती कराया जाए। शिवसेना ने फडणवीस की इस इच्छा की खूब सराहना की है। पार्टी ने कहा कि उनकी इस भावना की वाहवाही की बजाय उसकी खिल्ली उड़ाई जा रही है, जो ठीक नहीं है। शिवसेना ने कहा कि विपक्षी दल के नेता कोरोना को लेकर सरकार की व्यवस्था से संतुष्ट हैं। उन्होंने अपनी भावना खुलकर व्यक्त की है। राज्य के स्वास्थ्य तंत्र को और क्या चाहिए?

फडणवीस सरकार के काम से संतुष्ट
शिवसेना ने कहा कि फडणवीस कई अस्पतालों में कोरोना सुविधा केंद्र का दौरा करते हैं और सरकार पर अपनी तोप दागते हैं। इससे प्रशासन की दौड़भाग शुरू हो जाती है लेकिन अब सरकार ने जो काम किए हैं, फडणवीस उससे पूरी तरह से संतुष्ट हैं। इसलिए भविष्य में यदि उन्हें कोरोना हो भी गया तो किसी निजी अस्पताल में न भेजते हुए, सरकारी अस्पताल में भर्ती कराने का ‘विल’ अर्थात इच्छापत्र उन्होंने अपने करीबी सहयोगी गिरीश महाजन को सौंप दिया है।

शिवसेना ने कहा कि कुछ लोगों को यह भी फडणवीस का एक ‘स्टंट’ लग रहा है लेकिन उन्होंने अपनी सहज भावना व्यक्त की है। इसे स्टंट कहना ठीक नहीं। हालांकि, उनकी इस भावना की कद्र करनी चाहिए और समस्त महाराष्ट्रीय जनता को उनकी पीठ थपथपानी चाहिए। शिवसेना ने कहा, फडणवीस का हमेशा कहना रहता है कि उन्हें ‘सामना’ से कभी शाबाशी नहीं मिलती। उनका ऐसा कहना अर्ध सत्य है। फडणवीस विपक्ष के नेता के रूप में उत्तम कार्य कर रहे हैं, इस स्तंभ में हमने ऐसा कई बार कहा है। क्या यह प्रशंसा नहीं है? यह तो सबसे बड़ी शाबाशी है।

पार्टी ने कहा कि विरोधी दल नेता (फडणवीस) ने राज्य के डॉक्टरों और परिचारिकाओं पर विश्वास व्यक्त किया। उन्हें कुछ हो जाने पर सरकारी तंत्र उन्हें सुरक्षित रखेगा, उनका ऐसा आत्मविश्वास, सरकार और हजारों कोरोना पीड़ितों को बल देने वाला है। इसके लिए विरोधी दल नेता देवेंद्र फडणवीस की जितनी प्रशंसा करें, कम है!