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Varanasi: वाराणसी में दरोगा को चौराहे पर सरेआम गिराकर लात-घूसों से पीटा; ‘हमें रोकने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई?’

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भगवा गमछा डाले कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों के साथ गाली-गलौज की और दारोगा आनंद प्रकाश पर जानलेवा हमला किया। भगवा गमछा वाले…खाकी वर्दी पर लगे बटन, बिल्ला, स्टार तक नोच लिया। उनके वाहन में भी तोड़फोड़ की। जिसे लेकर दशाश्वमेध थाने में तैनात दारोगा ने मुकदमा दर्ज कराया है।

क्या है पूरा मामला?
पूरा मामला स्मार्ट सिटी वाराणसी के गोदौलिया का है, जहां चौराहे पर सरेआम गले में भगवा गमछा डाले बिना हेलमेट और बिना नंबर प्लेट गाड़ी लेकर घूमने वाले युवाओं को पुलिस ने रोका और गाड़ी के कागजात दिखाने की बात की तो नाराज़ लोगों ने थोड़ी ही देर में दस-पंद्रह साथियों को बुला लिया। सभी ने खुद को हिंदूवादी संगठन का कार्यकर्ता बताते हुए दारोगा व पुलिसकर्मियों से अभद्रता की और दारोगा को धक्का देकर नीचे गिरा दिया। जान से मारने की नीयत से डंडे से प्रहार किया। पुलिस की जीप को भी क्षतिग्रस्त कर दी।

दारोगा की वर्दी का बटन और ब‍िल्‍ला का स्‍टार नोचा!
दारोगा की वर्दी का बटन व बिल्ला का स्टार नोच लिया। बाइक को जबरन ले गए। कुछ लोगों ने घटना का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया। वीडियो के आधार पर पुलिस ने मारपीट करने वालों की पहचान नितिश सिंह, नितेश नरसिंघानी, राहुल सिंह, सन्नी गुप्ता, गप्पू सिंह के रूप में की। इनके खिलाफ नामजद व 15 अज्ञात पर जानलेवा हमला, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, सरकारी कार्य में बाधा समेत गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है।

अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा
वहीं, इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री व सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि ‘देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा दरोगा के साथ हिंसक व्यवहार भाजपाई अराजकता की पराकाष्ठा है। अब देखते हैं इन असामाजिक तत्वों के घरों पर बुलडोज़र कब चलता है?’

कांग्रेस नेता अजय राय ने लिखा- RSS के लोगों को खुली छूट, कोई कार्यवाही नहीं!
इस घटना को लेकर कांग्रेस नेता अजय राय ने एक्स पर लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आख़िर ये क्या हो रहा है? सरेआम RSS के लोगों द्वारा दरोगा की पिटाई कर दी जाती है। सरकार मुक़दर्शक बनकर मौन है। RSS के लोगों को खुली छूट, कोई कार्यवाही नहीं, इन मनबढ़ों को आख़िर किसका मिल रहा है संरक्षण..?