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Veena Santoor building Fire: पूर्व IPS क्रिकेटर पॉल वल्थाटी की बहन और भांजे की मौत; इंग्लैंड से आईं थी नवरात्रि और दिवाली सेलिब्रेट करने!

मुंबई: कांदिवली पश्चिम स्थित पावन धाम वीणा संतूर बिल्डिंग में आग लगने से एक महिला और उसके 8 साल के बेटे की मौत हो गई। इस अग्निकांड में तीन लोग आग में झुलस गए, जिनको हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। मृतक महिला ग्लोरी वल्थाटी क्रिकेटर पॉल वल्थाटी की बहन थी। ग्लोरी पति और दो बच्चों के साथ बीमार मां को देखने के लिए यूके से मुंबई आई थीं। पॉल वल्थाटी आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रॉयल्स के लिए खेल चुके हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, पावन धाम वीणा संतूर बिल्डिंग में आग दोपहर 12:27 बजे के आसपास लगी। इमारत में आग लगने की जानकारी मिलते ही दमकल की आठ गाड़ियां मौके पर पहुंची और दमकल कर्मचारियों ने बिल्डिंग में लगी आग पर कड़ी मेहनत के बाद काबू पाया। फायर ब्रिगेड ऑफिसर पी. आर. परुलेकर ने बताया कि उन्हें आग की घटना की जानकारी दिन में करीब 12.30 बजे मिली। आग बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर पर लगी थी, जो जल्द ही छठे फ्लोर तक पहुंच गई। परुलेकर के अनुसार, आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट, घर में मौजूद किसी के मंदिर का दीया या गैस लीकेज हो सकती है। महिला और उसका बेटा चौथे फ्लोर पर रहते थे। उन्होंने बताया कि आग लगने के बाद पूरी बिल्डिंग में धुंआ भर गया था, जिससे लोग बाहर नहीं निकल सके। फायर ब्रिगेड के जवानों को वे दोनों कमरे के बाहर बेहोशी की हालत में मिले थे।
आग की इस घटना में लक्ष्मी बूरा (40), राजेश्वरी भरतारे (24) और राजन सुबोध शाह (76), 50 प्रतिशत से ज्यादा झुलस गए हैं। इनका हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। फायर ब्रिगेड के एक अन्य ऑफिसर ने बताया कि आग करीब साढ़े ग्यारह बजे लगी थी, लेकिन फायर ब्रिगेड को साढ़े बारह बजे सूचना मिली। अगर समय पर सूचना दी गई होती, तो आग छठवें फ्लोर तक नहीं पहुंच पाती।

आग बुझाने अंदर नहीं पहुंच पाई फायर की गाड़ी
आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी बिल्डिंग के अंदर तक नहीं पहुंच पाई, जिससे आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड को काफी मशक्कत करनी पड़ी। स्थानीय लोगों ने बताया कि बिल्डिंग के पीछे बने गार्डन पर बिल्डर ने शेड लगा दिया था, इस वजह से फायर ब्रिगेड की गाड़ी को नजदीक पहुंचने में दिक्कत हुई। आग की घटना के बाद सोसायटी के लोगों ने अवैध रूप से लगे इस शेड को गिराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया। लोगों का कहना है कि यदि गार्डन में अवैध निर्माण नहीं हुआ होता, तो फायर ब्रिगेड की गाड़ी आसानी से वहां पहुंचकर जल्दी आग बुझा सकती थी।

गरबा में कर रही थीं एंजॉय
आग हादसे की शिकार हुई ग्लोरी वल्थाटी अपने 8 साल के बेटे जोसू जेम्स रॉबर्ट के साथ कुछ दिन पहले ही इंग्लैंड से मुंबई आई थीं। यूं तो उनका मुंबई आने का मकसद अपनी बीमार मां से मिलना था, लेकिन वह मुंबई में नवरात्रि और दिवाली सपरिवार मनाना चाहती थीं। इन त्योहारों को लेकर उनके मन में काफी उत्साह था। वह बेटे के साथ अपनी बिल्डिंग और आसपास हो रहे गरबा को खूब एंज्यॉय कर रही थीं। सोमवार को पॉल वल्थाटी के घर में कुछ मेहमान भी मौजूद थे। लेकिन घटना से कुछ देर पहले तक वे अपने एक परिचित को छोड़ने बिल्डिंग से बाहर चले गए थे। उन्हें वापस आने में देर हो गई, इस वजह से वह आग की इस भीषण दुर्घटना का शिकार होने से बच गए। खबर है कि जब यह हादसा हुआ तब इमारत का फायर सिस्टम काम नहीं कर रहा था।