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अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम का एनकाउंटर; 49 राउंड फायरिंग..15 दिन पीछा, STF के 12 जवानों ने ऑपरेशन को अंजाम दिया!

प्रयागराज/लखनऊ,(राजेश जायसवाल): उमेश पाल मर्डर केस में आरोपी गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद और एक शूटर गुलाम को यूपी एसटीएफ ने झांसी के पारीछा डैम के पास मार गिराया है। यह झांसी से करीब 20 किमी दूर है। अतीक को इसी से सटे झांसी हाईवे के जरिए साबरमती से प्रयागराज लाया गया था। पुलिस के पास ये इनपुट था कि दोनों अतीक को छुड़ाने के फिराक में थे। असद ‘उमेश पाल हत्याकांड’ का मुख्य आरोपी था। इसके अलावा एक शूटर गुलाम को भी यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया है। इस खबर को सुनकर अतीक अहमद कोर्ट में फूट-फूटकर रोने लगा और फिर बेहोश हो गया।

यूपी एसटीएफ के मुताबिक, माफिया से बाहुबली नेता बने अतीक अहमद के बेटे असद और गुलाम पुत्र मकसूदन, दोनों प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे और प्रत्येक पर 5-5 लाख रुपये का इनाम था। गुरूवार को 12 बजे झांसी में यह एकाउंटर हुआ और इनके पास से विदेश निर्मित अत्याधुनिक हथियार बरामद हुए है।

माफिया डॉन पूर्व सांसद अतीक अहमद के बेटे असद और उसके सहयोगी के एनकाउंटर के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था को लेकर एक बैठक की। मुख्यमंत्री योगी ने यूपी STF के साथ ही DGP, स्पेशल DG लॉ एंड ऑर्डर और पूरी टीम की तारीफ की और बधाई दी। प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने इस मुठभेड़ की पूरी जानकारी मुख्यमंत्री को दी। इस पूरे मामले पर सीएम योगी के सामने रिपोर्ट रखी गई है।

बता दें कि यूपी पुलिस और एसटीएफ असद अहमद का करीब दो महीने से पीछा कर रही थी। असद पर नजर रख रही यूपी स्पेशल टास्क फोर्स की एक टीम ने दोनों को मध्य प्रदेश के रास्ते में इंटरसेप्ट किया। पुलिस के अनुसार, गुलाम ने 12 सदस्यीय पुलिस टीम पर फायरिंग की। पुलिस की जवाबी फायरिंग में असद और गुलाम को गोली मारी गई। मुठभेड़ के दौरान करीब 42 राउंड फायरिंग की गई।

एनकाउंटर पर सवाल उठाया जाना कोई नई बात नहीं है: अमिताभ यश
एडीजी यूपी एसटीएफ अमिताभ यश ने कहा कि समाज में खौफ फैलाने वाले ऐसे गैंग की गलतफहमी आज दूर हो गई। उन्होंने कहा कि दिन-दहाड़े एक सरकारी गवाह की हत्या हुई। ऐसे गवाह जिसे यूपी पुलिस ने सुरक्षा दे रखी थी। दो-दो पुलिसकर्मी हथियारों के साथ उनकी सुरक्षा में लगाए गए थे। इस गैंग ने प्लान के साथ तीनों की हत्या की। इसका संदेश बहुत ही पुअर होता, अगर हमने इन्हें जल्दी से जल्दी ट्रैक करके कानून के दायरे में नहीं लाते। हम चाह रहे थे कि उन्हें जल्द से जल्द कानून के दायरे में लाया जाए। वरना जितनी भी कार्रवाई की है, उसका असर पब्लिक के मोराल पर होना चाहिए वो डायल्यूट हो जाएगा। एनकाउंटर पर विपक्षी पार्टियों द्वारा सवाल उठाये जाने पर उन्होंने कहा कि एनकाउंटर के बाद सवाल उठाया जाना कोई नई बात नहीं है। हर एक एनकाउंटर की लेवल पर जांच होती है। मजिस्ट्रेशियल जांच होती है, मानवधिकारी आयोग जांच करता है। पुलिस जांच होती है। कोर्ट के दायरे से पुलिस जांच को गुजरना पड़ता है। इसके बाद ही किसी भी एनकाउंट को सही करार दिया जाता है। हमारा तरीका है कानून के दायरे में रहना। हम कानून के दायरे में रहकर काम करते हैं और ऐसे ही करते रहेंगे। अभी एसटीएफ के किसी भी एनकाउंटर पर सवाल नहीं उठे हैं। एसटीएफ की कोशिश है कि यूपी से ऑर्गनाइस्ड क्राइम पूरी तरह से खत्म हो जाए। हम इसी दिशा में काम कर रहे हैं। हमें मालूम है कि हम पर मानवाधिकार संगठनों द्वारा बहुत सारे सवाल उठाए जाएंगे। एनकाउंटर हुए लोगों के बड़े से बड़े वकीलों के सवाल भी होंगे। माफिया ग्रुप भी सवाल उठाएंगे। फेक न्यूज फैलाई जाएगी। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को उकसाया जाएगा। जैसे आज हिंदू-मुस्लिम के मारे जाने की खबर फैला दी गई या उनके पकड़े जाने की खबर फैला दी गई। हमें लीगल प्रोसेस और विवादों में फंसाने की प्रक्रिया चलती रहती है। इन सबको हैंडल करना हमारे जॉब का हिस्सा है। हमें पता है कि इसे कैसे डील करना है।

इधर, यूपी के स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने प्रेसवार्ता में बताया कि आज 12:30 से 1 बजे के बीच में एक सूचना के आधार पर कुछ लोगों को रोका गया तो दोनों तरफ से गोलियां चलीं। इस मुठभेड़ में 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या करने वाले दो लोग घायल हुए और बाद में इनकी मृ्त्यु हो गई। इनकी पहचान असद अहमद और गुलाम के रूप में हुई। अभियुक्तों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार, बुलडॉग आदि बरामद हुए हैं।

इंसाफ हुआ है…
असद अहमद के एंकाउटर पर उमेश पाल की पत्नी जया पाल बोली मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करती हूं। उन्होंने जो किया है बहुत अच्छा किया है। उन्होंने अपनी बेटी के सुहाग के कातिलों को सजा दिलाई। इंसाफ हुआ है…पुलिस प्रशासन ने बहुत सहयोग किया है।

सीएम नीतीश कुमार को योगी जी से सीख लेनी चाहिए: गिरिराज सिंह
अतीक के बेटे असद अहमद के एनकाउंटर पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कानून-व्यवस्था को अगर देखना हो और सामान्य नागरिक कैसे अपने को सुरक्षित महसूस करता है यह देखना हो तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को योगी जी से सीख लेनी चाहिए।

उमेश पाल हत्याकांड
25 जनवरी 2005 को बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के बाद तत्कालीन जिला पंचायत सदस्य उमेश पाल ने पुलिस को बताया था कि वह हत्याकांड का चश्मदीद गवाह है। उमेश पाल ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने अतीक अहमद के दबाव में पीछे हटने और झुकने से इनकार कर दिया, तो 28 फरवरी, 2006 को बंदूक की नोक पर उनका अपहरण कर लिया गया। प्राथमिकी 5 जुलाई, 2007 को अहमद, उनके भाई और चार अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई थी।
गौरतलब है कि उमेश पाल की इसी साल 24 फरवरी को उनके प्रयागराज आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ पर जेल में रहते हुए उमेश पाल को मारने की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। फैसला सुनाए जाने के समय अतीक अहमद, उसका भाई अशरफ और एक अन्य आरोपी अदालत में मौजूद थे। अतीक अहमद के साथ दोषी ठहराए गए दो अन्य लोगों में दिनेश पासी और शौकत हनीफ शामिल हैं। इनको भी आजीवन कारावास की सजा दी गई है।

गैंगस्टर अतीक पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए मांगता था हथियार!
बता दें कि उमेश पाल अपहरण केस में साबरमती जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे अतीक अहमद को गुरुवार को प्रयागराज की कोर्ट में पेश किया गया। उस पर बीती 24 फरवरी को हुई उमेश की हत्या को अंजाम देने का आरोप है। पेशी के दौरान कोर्ट ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ दोनों की 14 दिन की न्यायिक हिरासत मंजूरी दे दी। अब दोनों से पूछताछ की जाएगी।
गौरतलब है कि 24 फरवरी को गोलियों की तड़तड़ाहट और बमबाजी में उमेश पाल और उनके एक गनर की सरेआम हत्या कर दी गई थी। मृतक उमेश की पत्नी जया पाल ने अतीक के परिवार पर हत्या का आरोप लगाया। पुलिस एक तरफ आरोपियों की तलाश में जुट गई, दूसरी तरफ अतीक का परिवार फरार हो गया। लगभग 50 दिन फरारी काटने के बाद अतीक के बेटे असद का यूपी एसटीएफ ने आज एनकाउंटर कर दिया, जिसके बाद अतीक के 5 कंधों में से एक ढेर होते ही वो भी टूट गया।
अतीक अहमद की रिमांड की कॉपी में गुरुवार को एक बड़ा खुलासा हुआ है। अतीक और अशरफ दोनों का पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आ चुका है। रिमांड की कॉपी में बताया जा रहा है कि सरहद पार आने वाले हथियार ड्रोन के जरिए पंजाब में गिराए जाते थे। अतीक उन हथियारों को खरीदता था। इसका खुलासा होते ही अतीक को पुलिस पंजाब पूछताछ के लिए ले जा सकती है।

उमेश हत्याकांड के एक फरार आरोपी और माफिया डॉन अतीक के गुर्गे गुड़्डु मुस्लिम को पनाह देने के आरोप में अतीक के जीजा अखलाक को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, अतीक की बहन आयशा नूरी और उसकी दो भांजियां वॉन्टेड घोषित हैं। वहीं, उमेश हत्याकांड में नामजद आरोपी अतीक की पत्नी शाइस्ता फरार चल रही है। अतीक के 5 बेटों में से दो बालिग जेल में हैं, एक एनकाउंटर में मारा गया और दो बाल सुधार गृह में हैं। उधर, अतीक का भाई अशरफ भी जेल में अपने जुर्मों की सजा काट रहा है।

मिट्टी में मिला दूंगा..असद के एनकाउंटर के बाद योगी बने ‘एनकाउंटर बाबा’!
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था कि अपराधियों को मिट्टी में मिला दूंगा। उसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि पुलिस, उमेश पाल के हत्यारों को छोड़ेगी नहीं। आज जब असद और मोहम्मद गुलाम को पुलिस ने ढेर कर दिया तो सोशल मीडिया पर सीएम योगी आदित्यनाथ छा गए। विधानसभा में उनके मिट्टी में मिला दूंगा…वाले बयान को लोग सोशल मीडिया में ट्वीट कर रहे हैं।
उधर, इस एनकाउंटर के बाद उमेश पाल के परिवार ने कहा कि सरकार ने उनकी आवाज सुनी है। उन्हें न्याय मिला है। यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हत्यारे को सजा दी गई है।