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अब ट्रेन में QR कोड स्कैन करके जानें कि TTE असली है या नकली

मुंबई , कई बार ट्रेनों में नकली टीटीई (ट्रेन टिकट परीक्षक) द्वारा यात्रियों से पैसे वसूलने या उन्हें परेशान करने के मामले सामने आए हैं। अब सेंट्रल रेलवे ने इस समस्या का तोड़ निकालने के लिए टेक्नॉलजी का सहयोग लेना शुरू किया है। अब एक QR कोड को स्कैन करके आप जान सकेंगे कि टीटीई असली है या नकली। इसके लिए मुंबई के ठाणे स्टेशन पर शुरुआत कर दी गई है, जहां 18 टीटीई की पहचान के लिए उन्हें ऐसे कार्ड दिए गए हैं, जिनपर QR कोड छपे हुए हैं।
बता दें कि हर महीने नकली टीटीई से जुड़े छह-सात मामले सामने आ रहे हैं, इसीलिए यह व्यवस्था की जा रही है। इसके बारे में सेंट्रल रेलवे के चीफ पीआरओ ने कहा, यात्री अपने फोन से टीटीई के QR कोड को स्कैन करके टीटीई के नाम, फोटो और उसकी असली पहचान के बारे में जान सकेंगे। यह कॉन्सेप्ट रेलवे सीनियर डिविजनल कमर्शल मैनेजर रॉबिन कालिया के दिमाग की उपज है। सेंट्रल रेलवे में कुल 1400 टीटीई कार्यरत हैं, अगर यह योजना सफल रही तो इसे आगे भी बढ़ाया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि टीटीई की पहचान के लिए उन्हें आई कार्ड के साथ-साथ यूनिफॉर्म दी जाती है लेकिन वैसी ही यूनिफॉर्म और आई कार्ड तैयार करवाना कोई मुश्किल काम नहीं है। कई बार तो यह भी होता है कि टिकट लेकर यात्रा कर रहा यात्री भी टीटीई से उससे यह कहने की हिम्मत नहीं कर पाता है कि वह अपना आई-कार्ड दिखाए।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि टीटीई की पहचान के अलावा QR कोड से अन्य सुविधाएं भी ली जा सकती हैं। अगर कोई टीटीई यात्री से दुर्व्यवहार करता है तो उसका QR कोड स्कैन करके रेलवे से उसकी शिकायत भी की जा सकती है।