दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरशहर और राज्य

चक्रवाती तूफान ताउते: दो महीने पहले ही हुई थी शादी, परिवार से किया वापस लौटने का वादा नहीं हो सका पूरा!

अहमदाबाद: गुजरात में चक्रवाती तूफान ताउते के बाद आई बाढ़ से कच्छ के छोटे रण में करीब 10 करोड़ रुपये का नमक बह गया। यह जानकारी नमक उत्पादन से जुड़े लोगों ने बुहस्पतिवार को दी। उन्होंने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक, तीन लाख टन नमक परिवहन के लिए खुले में रखा गया था जो तेज हवाओं, बरिश और बाढ़ की वजह से बर्बाद हो गया।
बता दें कि कच्छ का छोटा रण सुरेंद्रनगर जिले में आता है। नमक के खेत में काम करने वाले गैर सरकारी संगठन अगरिया हितरक्षक समिति के जिला संयोजक भारत सुमेरा ने बताया कि बाजार मूल्य के हिसाब से एक टन नमक की कीमत 300 से 350 रुपये है और इस प्रकार अनुमान है कि 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
चक्रवाती तूफान ताउते ने उत्तर भारत में गुरुवार को भी कहर बरपाना जारी रखा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक दिन पहले ही बताया था कि ताउते कमजोर पड़कर गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया है और राजस्थान से आगे बढ़ चुका है। बताया गया है कि अगले 24 घंटे में तूफान का असर और कम होगा। हालांकि, इससे पहले ही ताउते की वजह से दिल्ली-एनसीआर में मई की रिकॉर्ड बारिश हो चुकी है। राजस्थान के कई जिलों में भी 100 मिमी से ज्यादा बारिश हुई।
चक्रवाती तूफान ताउते और पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तराखंड के अधिकतर इलाकों में पिछले 24 घंटे के दौरान भारी बारिश हुई जिसके कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गयी है। मौसम विज्ञान विभाग में वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने बृहस्पतिवार को बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान नैनीताल में 132 मिलीमीटर, मसूरी में 103 मिलीमीटर और मुक्तेश्वर में 85 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गयी। कई अन्य राज्यों से भी बारिश की खबर है।
आईएमडी ने खराब मौसम की संभावना को देखते हुए उत्तराखंड के लिए रेड अलर्ट और यूपी के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया। हालांकि, बारिश घटने के साथ ही यह अलर्ट खत्म कर दिए जाएंगे। बता दें कि रेड अलर्ट के दौरान लोगों को मौसम में सुरक्षा बरतने और घर के अंदर रहने की सलाह दी जाती है, जबकि ऑरेंज अलर्ट में लोगों को खराब मौसम के असर से बचने को कहा जाता है।
गुजरात में भीषण बारिश का कारण बनने के बाद चक्रवात के पश्चिमी विक्षोभ के साथ संपर्क में आने की वजह से राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली सहित कई राज्यों में बारिश जारी है। आईएमडी के मुताबिक 20 मई को पूरे दिन उत्तर भारत में मौसम खराब रहने का अनुमान है। यहां लोगों को बारिश से राहत 21 मई तक ही मिलेगी, तब तक बारिश कम हो जाएगी।
अरब सागर में चार दिन पहले डूबे बजरे पर मौजूद लोगों में से 38 अब भी लापता हैं और उन्हें खोजने के लिए घने अंधेरे के बीच सर्चलाइट की मदद से नौसेना का तलाश एवं बचाव अभियान रात भर चला। हालांकि और लोगों के जीवित बचे होने की संभावना बृहस्पतिवार तक क्षीण हो चुकी थी।

गौरतलब है कि बजरा पी305 चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ के कारण मुंबई के तट से कुछ दूरी पर सागर में फंस गया था और फिर सोमवार को डूब गया था। नौसेना ने बृहस्पतिवार को हेलीकॉप्टर तैनात किए और हवाई मार्ग से तलाश एवं बचाव अभियान चलाया। पी305 पर मौजूद रहे लोगों में से कम से कम 37 लोगों की मौत हो चुकी है, 38 लोग अब भी लापता हैं।

दो महीने पहले ही हुई थी शादी
दो महीने पहले उसकी शादी हुई थी और उसने अपने परिवार से वादा किया था कि बजरे से वापस घर आकर वह अपने विवाह की तस्वीरों के एलबम को अंतिम रूप देगा। लेकिन वह अपने परिवार से किए गए वादे को पूरा नहीं कर पाया। यह सच्चाई है, क्योंकि परिजनों से किया हुआ उसका वादा अब कभी पूरा नहीं होगा। विशाल बजरा पी 305 पर मौजूद थे और घर लौटने के सपने देख रहे थे कि इसी दौरान यह बजरा चक्रवात ताउते की चपेट आकर डूब गया ​जिससे उनकी मौत हो गई। महाराष्ट्र के ठाणे जिले के अम्बरनाथ शहर के रहने वाले विशाल बजरे पर क्वालिटी कंट्रोल इंजीनियर के रूप में तैनात थे। वह बजरे पर तैनात उन 37 लोगों में शामिल थे जिनके शव बुधवार को मुंबई के तट पर पहुंचे।