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उद्धव ठाकरे की शिंदे को ललकार; अब मर्दों के हाथ में दूंगा ‘मशाल’

मुंबई,(राजेश जायसवाल): अब मर्दों के हाथ दूंगा ‘मशाल’, नियति को यही मंजूर है. दम है तो आमने-सामने आओ, अगर मेरी चुनौती कुबूल है. अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव से पहले ‘शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ पार्टी की तरफ से उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को खुली चुनौती दी है. यह चुनौती उन्होंने राकांपा नेता छगन भुजबल के 75वें जन्मदिन के मौके पर माटुंगा के षणमुखानंद हॉल में आयोजित ‘अमृत महोत्सव समारोह’ कार्यक्रम में दी.

बता दें कि इस चुनाव को ठाकरे गुट मशाल चुनाव चिन्ह और शिंदे गुट तलवार और ढाल चुनाव चिन्ह के साथ लड़ रहा है.
गुरुवार को भुजबल के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘नियति को क्या मंजूर है यह किसी को मालूम नहीं है. फिलहाल, मर्दों के हाथ ‘मशाल’ दूं, यही नियति को कुबूल लग रहा है. आज जो वक्त है उसमें हर बात के लिए कोर्ट जाना पड़ता है. मैदान के लिए कोर्ट जाओ. उम्मीदवारी के लिए कोर्ट जाओ. हमें मैदान नहीं मिले, इसकी तैयारी करने की बजाए हिम्मत है तो आमने-सामने एक मैदान में आओ, होना है जो, हो जाने दो. ‘इन शब्दों में उद्धव ठाकरे ने सीएम एकनाथ शिंदे को खुली चुनौती दी’.

शरद पवार हैं साथ, इन तूफानों की क्या बिसात
उद्धव ठाकरे ने कहा, शिवसेना के ऊपर ऐसे कई तूफान आए और गए. उस वक्त कई तूफानी हस्तियों ने तूफान से निपटने में शिवसेना का साथ दिया. इस वक्त कांग्रेस और एनसीपी की तूफानी ताकत हमारे साथ हैंं. बड़े से बड़ा तूफान खड़ा करने की क्षमता रखने वाले शरद पवार हमारे साथ हैं. अंधड़ हो या पतझड, धूप हो या बारिश नहीं जिनके पैर नहीं डगमगाते हैं, ऐसी हस्ती हमारे साथ है. मुझे तो जंग से प्यार है. आने वाली लड़ाई का इंतज़ार है.

पिता की तरह लड़ो, बिलकुल मत डरो: फारुख अब्दुल्ला
शरद पवार की पार्टी एनसीपी के इस खास कार्यक्रम में फारुख अब्दुल्ला भी मौजूद थे. फारुख अब्दुल्ला और बालासाहेब ठाकरे की दोस्ती याद करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, फारुख अब्दुल्ला मुझसे मिले. उनकी और बालासाहेब की अच्छी दोस्ती थी. उन्होंने आते ही मुझसे कहा. बिलकुल मत घबराओ. पिता की तरह लड़ो.

उक्त समारोह में राकांपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल, विपक्ष के नेता अजीत पवार, पूर्व मंत्री बालासाहेब थोरात, दिलीप वलसे पाटिल, राजेश टोपे, सांसद सुप्रिया सुले, सचिन अहिर, लेखक जावेद अख्तर समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे. इस अवसर पर पूर्व उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल पर आधारित पुस्तक ‘अमृताचा घनू’ का विमोचन भी किया गया.