उत्तर प्रदेशब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरशहर और राज्य कानपुर शूटआउट: विकास दुबे गैंग का एक और आरोपी गिरफ्तार, विकास के घर से मिली AK-47 14th July 202014th July 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this कानपुर: उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र में 2-3 जुलाई की रात बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की वारदात में शामिल 50 हजार रुपए के एक और इनामी आरोपी को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया और उसकी निशानदेही पर पुलिस से लूटी गई AK-47 समेत अन्य हथियार एवं कारतूस बरामद किए।अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने पुलिस लाइन में मीडिया को बताया कि पुलिस ने देर रात 2 बजकर 50 मिनट पर विकास दुबे गैंग के सदस्य और 2-3 जुलाई की रात को पुलिस पार्टी में हमले के आरोपी 50 हजार के इनामी बदमाश शशिकांत उर्फ सोनू को मैला तिराहा कस्बा चौबेपुर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्त की निशानदेही पर पुलिस से लूटी गई AK-47 और 17 कारतूस विकास दुबे के घर से बरामद किए गए हैं, जबकि शशिकांत के घर से इसांस राइफल और 20 कारतूस बरामद किए गए हैं। आरोपी ने पुलिस टीम पर हमले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। एडीजी ने बताया कि विकास और उसके साथियों ने 2-3 जुलाई की रात दबिश देने गई पुलिस टीम पर योजनाबद्ध तरीके से हमला किया था और इसमें घातक हथियारों का प्रयोग किया गया था। इस हमले में मृत पुलिसकर्मियों के हथियार भी बदमाशों ने लूट लिए थे। कुमार ने बताया कि इस मामले में 21 नामजद अभियुक्तों में अब तक 4 बदमाशों श्यामू बाजपेयी, दयाशंकर अग्निहोत्री, शशिकांत और यादव को गिरफ्तार किया गया है जबकि विकास दुबे, राजाराम, अतुल दुबे, अमर दुबे, प्रभात मिश्रा और प्रवीण दुबे पुलिस एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। कुमार ने बताया कि इस वारदात में धारा 120 बी के तहत 7 अभियुक्त जेल गये है जबकि 216 में 2 को जेल हुई है। अब नामित वांछित अभियुक्तों की संख्या 11 रह गई है। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि पुलिस ने 2 व्यक्तियों अरविन्द उर्फ़ गुड्डन त्रिवेदी और सुशीलकुमार उर्फ़ सोनू को महाराष्ट्र में गिरफ्तार किया है और उनको रिमांड पर लेकर पुलिस आ रही है। साथ ही हत्या की जघन्य वारदात की रात कौन-कौन से पुलिस के कर्मचारी अपराधियों के संपर्क में थे। इस पर पुलिस की कड़ी नजर है। विकास दुबे के संपर्क में रहने वाले किसी भी अधिकारी, पुलिसकर्मी अथवा अन्य को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि जांच में यह भी पता चला है कि विकास दुबे ने गिरोह के सदस्यों से पुलिसकर्मियों से लूटे गए हथियार अपने और शशिकांत के घर में छिपाने को कहा था। Post Views: 141