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युवा पायलट की बर्खास्तगी पर जितिन प्रसाद के बाद प्रिया दत्त ने जताया दुख, सीएम गहलोत की कैबिनेट के साथ बैठक

नयी दिल्ली: चार महीने पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने से पार्टी के युवा नेताओं में पैदा हुई घोर मायूसी अब सचिन पायलट की बगावत और उनके खिलाफ कांग्रेस की कार्रवाई के बाद नए मुकाम पर पहुंच गई है। यही वजह है कि कांग्रेस के युवा नेता एक-एक कर सामने आकर अपनी भावनाएं प्रकट करने लगे हैं। पहले जितिन प्रसाद ने सचिन को खोने पर दुख का इजहार किया और अब इस लिस्ट में प्रिया दत्ता का नाम जुड़ गया है।

किसी का महत्वाकांक्षी होना गुनाह नहीं: प्रिया दत्त
पूर्व सांसद और अभिनेता संजय दत्त की बहन प्रिया दत्त ने कहा कि किसी का महत्वकांक्षी होना गुनाह नहीं है। उन्होंने सिंधिया और पायलट के बारे में कहा कि जिन लोगों ने सबसे मुश्किल घड़ी में कठिन परिश्रम किया, उनका कांग्रेस पार्टी से रुख्सत होना वाकई दुखदायी है। उन्होंने जितिन की तरह ही पायलट को एक अच्छा दोस्त बताया। प्रिया ने ट्विटर पर लिखा- एक और मित्र पार्टी छोड़ रहे हैं। सचिन और ज्योतिरादित्य, दोनों सहकर्मी और अच्छे मित्र हैं। दुर्भाग्य से पार्टी ने बड़ी संभावनाओं वाले दोनों दिग्गज युवा नेताओं को खो दिया।
प्रिया ने यह कहते हुए पायलट का बचाव किया कि अगर कोई महत्वाकांक्षी है तो इसमें बुरा क्या है? उन्होंने ट्वीट किया- मुझे नहीं लगता है कि महत्वाकांक्षी होना गलत है। उन्होंने (सिंधिया और पायलट ने) सबसे कठिन घड़ी में कठिन मेहनत की थी।

जितिन प्रसाद ने भी जताया दुख
प्रिया दत्त से पहले जितिन प्रसाद ने भी ट्वीट कर अपने मायूसी का इजहार किया था। उन्होंने ट्वीट किया- सचिन पायलट सिर्फ मेरे साथ काम करने वाले शख्स नहीं, बल्कि मेरे दोस्त भी हैं। कोई इस बात को नहीं नकार सकता कि इन दिनों उन्होंने पूरे समर्पण के साथ पार्टी के लिए काम किया है। उम्मीद करता हूं कि ये स्थिति जल्द सुधर जाएगी, दुखी भी हूं कि ऐसी नौबत आई।

सत्य पराजित हो सकता है, परास्त नहीं
गौरतलब है कि सचिन पायलट राजस्थान सरकार में उप-मुख्यमंत्री की भूमिका निभा रहे थे, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उनकी बिल्कुल भी नहीं बन रही थी। पायलट और उनके समर्थकों का आरोप है कि गहलोत ने राजस्थान कांग्रेस में जबर्दस्त खेमेबाजी कर रखी है और जो उनकी शर्तें नहीं मानता है, उसे पल-पल प्रताड़ित और अपमानित किया जाता है। बहरहाल, कांग्रेस ने आक्रामक रुख़ अख़्तियार करते हुए मंगलवार को सचिन पायलट को सभी ज़िम्मेदारीयो से मुक्त कर दिया। इस कार्रवाई के बाद पायलट ने ट्वीट कर कहा कि सत्य पराजित हो सकता है, लेकिन परास्त नहीं।

सिंधिया बोले- पार्टी में योग्यता की कोई जगह नहीं
राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट को लेकर भाजपा और कांग्रेस में जुबानी जंग जारी है। इस बीच पूर्व कांग्रेसी नेता और वर्तमान में बीजेपी के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में योग्यता के लिए कोई जगह नहीं है। इसे हर राज्य में देखा जा सकता है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सिंधिया ने कहा कि जब कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब उनके पास कोरोना वायरस पर एक बैठक आयोजित करने का समय नहीं था। लेकिन, उनके पास आईफा इवार्ड के लिए इंदौर जाने का समय था। सिंधिया ने आगे कहा कि 23 मार्च को एक सेनानी (शिवराज सिंह चौहान) ने सामने आकर अपने हाथों में राज्य की बागडोर संभाली और अकेले ही राज्य में महामारी का सामना किया।