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बिहार: चुनाव से पहले तड़तड़ाईं गोलियां, कुख्यात अपराधी जितेंद्र सिंह उर्फ टाइगर की फिल्मी अंदाज में हत्या!

बिहार: कुख्यात अपराधी जितेंद्र कुमार सिंह उर्फ टाइगर की शनिवार की शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसकी हत्या बिहार के औरंगाबाद जिले के बारुण थाना क्षेत्र अंतर्गत रिलायंस पेट्रोल पंप के समीप एनएच-2 पर की गई। बिहार में 28 अक्टूबर को पहले चरण में औरंगाबाद जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों में कराए जाने वाले मतदान को लेकर सभी प्रशासनिक तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस बीच कुख्यात अपराधी की हुई हत्या से जिले की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।
इस हमले में जितेंद्र सिंह के साथ रहे देवनंदन सिंह घायल हो गए। इसकी सूचना मिलते ही एसडीपीओ अनूप कुमार सहित स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और छानबीन की गई। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया। कुछ समय के लिए यहां हंगामा हुआ लेकिन पुलिस ने समझा-बुझाकर मामले को संभाल लिया।
मिली जानकारी के मुताबिक, जितेंद्र सिंह उर्फ टाइगर ओबरा थाना के चपरी गांव का रहने वाला था। शनिवार को वह देवनंदन सिंह सहित कुछ अन्य लोगों के साथ डेहरी से एक कार्यक्रम में शामिल होकर लौट रहा था। रिलायंस पेट्रोल पंप के समीप अपराधियों ने उसकी गाड़ी को ओवरटेक कर रुकवाने का प्रयास किया। गाड़ी नहीं रोकने पर पत्थर से वार किया गया और उसके बाद किसी तरह गाड़ी को रुकवा लिया गया। अपराधियों ने गाड़ी के अगले शीशे को पत्थर से मारकर तोड़ दिया और फिर रिवाल्वर की नाल अंदर घुसा कर ताबड़तोड़ फायरिंग की। गाड़ी में सवार लोग भाग खड़े हुए जबकि एक अन्य देवनंदन सिंह घायल हो गए जो उसके रिश्तेदार भी हैं। एसडीपीओ अनूप कुमार ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इस संबंध में एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि जितेंद्र सिंह उर्फ टाइगर पर 15 मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं। वह कई गंभीर अपराधों में शामिल रहा है। पूरे मामले की छानबीन की जा रही है।
ओबरा थाना क्षेत्र के चपरी गांव निवासी जितेंद्र सिंह उर्फ टाइगर का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। उस पर 15 अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है जबकि कई अन्य घटनाओं में वह शामिल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार ओबरा के सत्याड़े गांव निवासी अवनीश कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसमें जितेंद्र सिंह शामिल था। हत्या करने के बाद वह फरार हो गया था। पुलिस ने उसे किसी तरीके से गिरफ्तार किया और उसके पास से हथियार बरामद हुआ। कई अन्य लोग भी इस हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए थे। उक्त कांड में कुछ समय पूर्व वह जेल से छूटा था। इसके बाद वह गांव पर रह रहा था। जितेंद्र सिंह पर पश्चिम बंगाल में हथियार की तस्करी करने का एक मामला दर्ज किया गया था और उसमें उसे गिरफ्तार भी किया गया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के बाद एक एके-47 हथियार भी बरामद किया था। बताया जाता है कि एके-47 नक्सलियों की थी और वह नक्सलियों के लिए भी काम करता था। उक्त हथियार उसने हड़प लिया था जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया। वह हथियार की खरीद बिक्री के धंधे से भी जुड़ा हुआ था। एसपी ने बताया कि जितेंद्र सिंह कुख्यात अपराधी था और कुछ समय पूर्व ही वह जेल से छूट कर बाहर आया था।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जितेंद्र सिंह की कार में कुल चार लोग सवार थे। कार जितेंद्र सिंह चला रहे थे। अपराधियों ने फिल्मी स्टाइल में पत्थर से शीशा तोड़ा और बंदूक से गोली मार दी। जितेंद्र सिंह को तीन गोलियां लगने की बात कही जा रही हैं। दिनदहाड़े हुई इस हत्या से दहशत का माहौल कायम हो गया। बताया जा रहा है कि कार में सवार अन्य लोग घटना के बाद गाड़ी से उतर कर भाग निकले। इस हमले में देवनंदन सिंह घायल हो गए जिन्हें पुलिस अभिारक्षा में रखा गया है।