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मुंबई पुलिस का बड़ा ऐक्‍शन: नालासोपारा में 1,403 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त! तीन गिरफ्तार

मुंबई: मुंबई पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल (Anti Narcotics Cell) के हाथ बड़ी सफलता लगी है। एएनसी ने गुजरात की सीमा से सटे पालघर जिले के नालासोपारा इलाके से 1,403 करोड़ रुपये की भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद किया है। एएनसी ने बुधवार रात नालासोपारा के चक्रधर नगर क्षेत्र में सीताराम बिल्डिंग से एक व्यक्ति को 702 किलोग्राम मेफेड्रोन के साथ पकड़ा और दो पेडलर को गिरफ्तार किया है। जब्त ड्रग्स की कीमत 1,403.5 करोड़ रुपये बताई जा रही है। ड्रग्स की बरामदगी दो अन्य ड्रग पेडलर्स और एक महिला से पूछताछ के बाद संभव हुई, जिन्हें एएनसी ने 29 मार्च को मुंबई के गोवंडी से पकड़ा था। गिरफ्तार तीनों में से एक को 250 ग्राम मेफेड्रोन, जिसकी कीमत 37.50 लाख रुपये और दूसरे को 2.70 किलोग्राम मेफेड्रोन के साथ, (जिसकी कीमत 4.14 करोड़ रुपये है) पकड़ा गया है। लगातार पूछताछ के बाद महिला आरोपी ने अपने दो सहयोगियों के बारे में जानकारी दी, जिनमें से एक को मंगलवार (2 अगस्त) को पकड़ा था और पांचवें को बुधवार (3 अगस्त) को ड्रग्स की खेप के साथ पकड़ा गया। एएनसी ने कहा कि आरोपियों में वो भी हैं जिन्हें ऑर्गेनिक केमिस्ट्री की अच्छी जानकारी है और मेफेड्रोन बनाने के लिए आवश्यक जानकारी भी है।
आरोपी महिला ने अन्य लोगों के साथ अपनी पहचान गुप्त रखी और सोशल मीडिया पर ग्राहकों की तलाश की और मुंबई और आसपास के अलग-अलग हिस्सों में अपने ड्रग्स की सप्‍लाई की। इतने बड़े नशीले पदार्थों की सप्‍लाई रैकेट का भंडाफोड़ करने वालों में एसीपी सावलाराम अगवले, DCP Narcotics Datta Nalawade, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त वीरेश प्रभु, संयुक्त पुलिस आयुक्त सुहास वारके और पुलिस आयुक्त विवेक फनसालकर के साथ एएनसी वर्ली यूनिट की फील्ड टीमों के साथ इंस्पेक्टर संदीप काले जैसे पुलिस अधिकारी शामिल थे।

पुल‍िस कर रही आगे की जांच
काले ने कहा कि मार्च में गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं, जबकि बुधवार को गिरफ्तार किए गए दो अन्य को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। चार महीने में किए गए दो इंटर-कनेक्टेड ऑपरेशन में पूरी तरह से 1,408 करोड़ रुपये मूल्य की ड्रग्स की जब्ती के बाद ड्रग्स के स्रोत, अन्य छिपे हुए तस्करों और नशीले पदार्थों के माफिया के साथ उनके संबंधों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।

बता दें कि मेफेड्रोन ड्रग को ‘म्याऊ म्याऊ’ या एमडी के नाम से भी जाना जाता है। यह एक सिंथेटिक नशीला पदार्थ है। नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत इसे प्रतिबंधित किया गया है।