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मुंबई: मंत्रालय ड्यूटी पर पहुंची महिलाएं, तो मिला CM का पत्र और फूलों से हुआ स्वागत

मुंबई: मंत्रालय में कार्यरत महिला अधिकारी व कर्मचारियों का शुक्रवार को मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर से अनोखे तरीके से स्वागत किया गया। आठ मार्च को महिला दिवस के मद्देनजर मंत्रालय में महिला अधिकारियों व कर्मचारियों को गुलाब का फूल व मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे का एक पत्र देकर स्वागत किया गया।
मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर से किए गए इस अनोखे स्वागत से महिलाएं काफी प्रसन्न व आनंदित नजर आयी। मुख्यमंत्री के पत्र में महिलाओं के कार्य को लेकर कृतज्ञता व्यक्त किया गया है। पत्र में कहा गया था कि महिलाएं रोजाना भीड़-भाडवाला सफर तय कर और अपने जीवन से जुड़ी जिम्मेदारियों का निवर्हन करने के बाद मंत्रालय पहुंच कर महराष्ट्र के विकास में अपना बहुमूल्य योगदान दे रही हैं। पत्र में कहा गया है कि महिलाओं के योगदान के चलते ही राज्य सरकार द्वारा महाराष्ट्र की जनता के हित में लिए गए निर्णयों को प्रभावी तरीके से लागू किया जा रहा है।
मंत्रालय में कार्यरत एक अधिकारी निशिगंधा कुवलेकर ने कहा कि हर रोज हम भीड़भाड वाला सफर तय कर मंत्रालय पहुंचते हैं तो सबसे पहले हमारी प्राथमिकता पंचिग से जुड़ी औपचारिकता को पूरा करना होता है। लेकिन शुक्रवार को जब हम मंत्रालय पहुंचे तो यहां अधिकारी गुलाब का फूल लेकर प्रवेश द्वार पर हमारे स्वागत में खड़े थे। पहले हमे यह एक सपने की तरह लगा पर कुछ समय बाद जब हमे फूल व मुख्यमंत्री का हस्ताक्षर किया हुआ पत्र सौपा गया तो हमे हकीकत का एहसास हुआ। अपनी 32 साल की नौकरी में यह पहला मौका है जब हमारा इस तरह से स्वागत किया गया। इससे मैं काफी अभिभूत हूं। क्योंकि ऐसे अपनेपन का एहसास पहली बार हुआ हैं।

विश्व महिला दिवस पर आयोजन
विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में प्रदेश के स्कूलों में कक्षा चौथी से आठवीं तक के छात्र और छात्राओं को गुड टच और बैड टच के बारे में जनजागृति की जाएगी। विश्व महिला दिवस पर 8 मार्च को रविवार की छुट्टी होने की वजह से 9 मार्च को स्कूलों में महिला दिवस मनाया जाएगा। शुक्रवार को सरकार के स्कूली शिक्षा विभाग की ओर से इस संबंध में परिपत्र जारी किया गया। इसके अनुसार स्कूलों में महिला दिवस के मौके पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कक्षा 8 वीं से 10 वीं तक के विद्यार्थियों के लिए ‘लड़कियों का आदर’ विषय पर चर्चा सत्र आयोजित होगा। इसमें छात्र-छात्राओं दोनों को शामिल होना होगा। माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों में जीवन कौशल्य पर आधारित प्रशिक्षण दिया जाएगा। विद्यार्थियों को लड़कियों के संबंध में सोशल मीडिया पर जोक्स, गलत विचार को फॉरवर्ड अथवा लाइक न करने के बारे में बताया जाएगा। सरकार ने जिला खेल अधिकारी और पुलिस विभाग को लड़कियों को कठिन स्थिति में खुद को आत्म रक्षा के लिए जूडो कराटे जैसा प्रशिक्षण आयोजित करने को कहा है।