दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई उपनगरमुंबई शहरशहर और राज्य

मुंबई: 33 घंटे मौत से लड़ते हुए साकीनाका रेप पीड़िता…हारी जिंदगी की जंग!

मुंबई: साकीनाका इलाके में दुष्कर्म की शिकार युवती ने 33 घंटे जिंदगी से जंग लड़ते हुए अंतत: दम तोड़ दिया। जानकारी के मुताबिक, 30 वर्षीय दुष्कर्म पीड़िता के साथ वारदात के बाद बुरी तरह से मारपीट कर आरोपी ने युवती के प्राइवेट पार्ट पर रॉड डाल दिया था। युवती की हालत ज्यादा गंभीर होने के कारण मुंबई के राजावाड़ी अस्पताल में इलाज चल रहा था और शनिवार को इलाज के दौरान ही युवती की मौत हो गई। युवती की मौत के बाद स्थानीय लोगों में जहां आक्रोश हैं। वहीं सोशल मीडिया पर भी इस घटना के प्रति आक्रोश जताया जा रहा है और सियासत भी शुरू हो गई है।

क्रूरतापूर्ण दुष्कर्म की शिकार हुई महिला की अस्पताल में अत्यधिक रक्तस्राव के बाद मौत हो गई, जिससे सियासी बवाल मच गया है। शिवसेना एमएलसी डॉ मनीषा कायंदे ने कहा कि यह दुखद अंत है। उन्हें बहुत गंभीर आंतरिक चोटें आई थीं और उनका निधन हो गया। उन्होंने कहा कि पीड़िता की दो नाबालिग बेटियां हैं और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से महिलाओं के लिए सरकारी योजनाओं के तहत उनके लिए मुआवजे पर विचार करने की अपील की।
शुक्रवार की सुबह हुई इस घटना से पूरे राज्य में आक्रोश फैल गया और शनिवार को राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस पर संज्ञान लिया। पुलिस उपायुक्त (जोन-10) डॉ महेश्वर रेड्डी ने कहा कि शुक्रवार तड़के पुलिस को एक नागरिक का फोन आया जिसमें एक पुरुष और एक महिला के बीच विवाद की सूचना मिली थी।
डीसीपी डॉ रेड्डी ने कहा, कॉल करने वाले ने कहा कि वह आदमी महिला की पिटाई कर रहा था और उसने तत्काल मदद भेजने का अनुरोध किया। एक पुलिस दल लगभग 10 मिनट में वहां पहुंचा और महिला को गंभीर चोटों और अत्यधिक खून बहने के साथ एक टेंपो पर पड़ा पाया। पुलिस उसे राजावाड़ी अस्पताल ले गई, और एक अभियान में, घटना के कुछ घंटों के भीतर आरोपी मोहन चव्हाण को पकड़ने में कामयाब रही।

अधिकारी ने बताया कि यह घटना सड़क किनारे खैरानी रोड पर खड़े एक टेंपो के अंदर हुई। वाहन के अंदर भी खून के धब्बे मिले हैं। कुछ सुरागों के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपी चव्हाण को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और 376 (बलात्कार) के तहत गिरफ्तार किया गया और आगे की जांच जारी है।

आरपीआई का साकीनाका पुलिस स्टेशन पर कल विरोध-प्रदर्शन
महिला के साथ हुए बलात्कार व निर्मम हत्या मानवता पर एक कलंक है। आरोपी पर कठोर कार्यवाही करते हुए फाँसी की सजा मिलनी चाहिए। ऐसी मांग आज केंद्रीय राज्यमंत्री (आरपीआई) अध्यक्ष रामदास आठवले ने की है।
आठवले ने राजावाड़ी अस्पताल जाकर चिकित्सा अधिकारी डॉ विद्या ठाकुर से मुलाक़ात की और मामले की जानकारी ली। उन्होंने इस मामले को न्यायालय में तीव्र गति से चलाकर 6 महीने में आरोपी को फाँसी देने की मांग की। वहीं पीड़ित परिवार को राज्य सरकार द्वारा सात्वना देते हुए 10 लाख रूपये की आर्थिक मदद की मांग भी आठवले ने की है।

दिल्ली की निर्भया कांड की याद दिलाती इस घटना ने महाविकास अघाड़ी सरकार की चौतरफा निंदा करा रही है। गृहमंत्री दिलीप वलसे-पाटिल ने आश्वासन दिया कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी, जबकि भाजपा की महिला नेता चित्रा वाघ ने राज्य सरकार द्वारा बनाए गए शक्ति अधिनियम की वर्तमान स्थिति जानने की मांग की।

सीएम ने दिया जांच में तेजी लाने के निर्देश
सीएम उद्धव ठाकरे ने साकीनाका में महिला से दुर्ष्कम और उसके बाद हुई मौत के मामले को मानवता को शर्मसार करने वाली घटना करार दिया है। मुख्यमंत्री ने साकीनाका दुष्कर्म मामले में फास्ट ट्रैक पर मुकदमा चलाने के निर्देश दिए हैं।
शनिवार को सीएम ठाकरे ने कहा कि यह घटना निंदनीय है। मैंने राज्य के गृहमंत्री दिलीप वलसे-पाटील और मुंबई के पुलिस आयुक्त आयुक्त हेमंत नागराले से बात की है। मैंने अफसरों को जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना के आरोपियों को कठोर सजा दी जाएगी। इस मामले का मुकदमा फास्ट ट्रैक पर चलाकर पीड़िता को न्याय दिलाया जाएगा।