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UP: योगी मंत्रिमंडल का विस्तार, सात नए चेहरे शामिल

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में रविवार को जहां सात नए मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की। वहीँ सभी ने एक सुर में दावा किया कि 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा एक बार फिर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी। नए मंत्रियों ने यह भी कहा कि पार्टी संगठन और सरकार ने उन पर जो भरोसा किया है, उस पर वे खरा उतरेंगे।
रविवार शाम को राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने वाले जितिन प्रसाद ने कहा कि उनका पूरा प्रयास रहेगा कि पूरी मेहनत व लगन से जनता का विश्वास हासिल करें, ताकि 2022 के चुनाव में एक बार फिर से प्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बने।
शपथ ग्रहण करने के बाद जितिन प्रसाद ने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार किया। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री, पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ने मुझ पर जो विश्वास जताया है, मेरा पूरा प्रयास रहेगा कि मैं उनकी उम्मीदों पर खरा उतरूं।
राज्यमंत्रियों के रूप में शपथ लेने वालों में धर्मवीर सिंह ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का पूरा प्रयास करूंगा। साथ ही, सभी योजनाओं को धरातल पर उतारने की कोशिश करूंगा।
वहीं, दिनेश खटिक ने कहा कि हमें सबका साथ सबका विकास मंत्र के अनुरूप चलना है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि काम करने के लिए एक दिन ही बहुत होता है, अभी तो चुनाव होने में चार माह का समय है। इस दौरान बहुत काम होंगे। उन्होंने कहा कि दलित समाज के लोगों ने वर्ष 2014, 2017 और 2019 के चुनावों में भाजपा को एकतरफा वोट दिया था। आगे भी यही होगा और 2022 में भाजपा की फिर से सरकार बनेगी।
राज्यमंत्री बनीं डॉ संगीता बलवंत ने कहा कि भाजपा के सिपाही बहुत निष्ठावान होते हैं। जितना भी समय मिला है उसमें बेहतर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा पिछड़ों की हितैषी है। यह भी कहा कि भाजपा सरकार ने जितना काम किया है, शायद किसी ने किया हो। भाजपा सबका साथ सबका विश्वास ध्येय वाक्य के साथ सबको साथ लेकर आगे बढ़ती है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने रविवार शाम को अपने मंत्रिपरिषद का विस्तार किया। इसमें कांग्रेस से भाजपा में आये जितिन प्रसाद ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली, जबकि छह अन्य राज्यमंत्री बनाए गए। विधानसभा चुनाव से कुछ माह पहले हुए इस विस्तार में सरकार और संगठन ने क्षेत्रीय संतुलन और जातीय समीकरण साधने की कोशिश की है। साथ ही एक महिला को राज्यमंत्री बनाकर आधी आवादी को भी तवज्जो दी गई है।