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लखनऊ में देरी से पहुंची एंबुलेंस तो मह‍िला ने सड़क पर द‍िया बच्‍चे को जन्‍म; नवजात ने तोड़ा दम! मचा हड़कंप

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में राजभवन के पास सड़क किनारे प्रसव की खबर ने सरकारी दावों की कलई खोल दी है। बताया जा रहा है कि गर्भवती महिला रिक्शे से असप्ताल जा रही थी, तभी महिला को अचानक तेज प्रसव-पीड़ा होने लगी। आनन-फानन में गर्भवती महिला को सड़क किनारे ही रोककर कुछ महिलाओं ने मिलकर प्रसव कराया। जहां नवजात बच्चे की भी मौत हो गई है। इस मामले का वीडियो वायरल होते ही हड़कंप मच गया है।

वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर योगी सरकार पर हमला बोल दिया है, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस मामले का संज्ञान लिया है।
अखिलेश यादव ने राजधानी में हुई इस घटना से जुड़ा वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा- एक तो उप्र की राजधानी लखनऊ, उस पर राजभवन के सामने, फिर भी एंबुलेंस के न पहुंचने की वजह से एक गर्भवती महिला को सड़क पर शिशु को जन्म देना पड़ा। अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ बोलना चाहेंगे या कहेंगे हमारी भाजपाई राजनीति के लिए बुलडोज़र ज़रूरी है, जनता के लिए एंबुलेंस नहीं।

वहीं, सपा महासचिव शिवपाल यादव ने कहा कि सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था अपने लाख विज्ञापनों व दावों के बावजूद वेंटिलेटर पर है। एम्बुलेंस न मिलने पर रिक्शे से अस्पताल जा रही गर्भवती महिला को राज भवन के पास सड़क पर प्रसव के लिए मजबूर होना पड़े तो यह पूरी व्यवस्था के लिए शर्मनाक व सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था की असल हकीकत है।

UP Dy CM Brajesh Pathak

रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी कड़ी कार्रवाई: ब्रजेश पाठक
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह घटना किन परिस्थितियों में हुई है इसको लेकर प्रमुख सचिव को जांच करने के लिए कहा है। रिपोर्ट के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एम्बुलेंस ना मिलने के सम्बंध में जांच के आदेश दिए है इस मामले में जिसकी भी लापरवाही पाई जाएगी उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। महिला के चार बच्चे पहले से हैं यह पांचवा बच्चा था। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि महिला साढ़े चार महीने की प्रेग्नेंट थी। पीड़ित महिला अब पूरी तरह से स्वस्थ है।
बताया जा रहा है कि महिला के पेट में दर्द हुआ था वो सिविल अस्पताल में दिखाकर कर घर वापस चली गई थी। लेकिन उसे फिर दर्द महसूस हुआ तो रिक्शे से झलकारी बाई जा रही थी। तभी अचानक डिप्टी सीएमरिक्शे पर ही तेज पीड़ा होने के लगी थी जिसके कारण आनन-फानन में वहां पर मौजूद महिलाओं ने चादर घेरकर राजभवन के पास सड़क किनारे पर ही डिलीवरी कराई। इस दौरान नवजात शिशु की मौत हो गई है। वह प्री-मैच्योर था क्योंकि महिला अभी साढ़े चार महीने की ही गर्भवती थी।
वही उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक पीड़ित को लेकर बैकुंठ धाम गए। जहां भ्रूण शव को दफनाया गया। उधर उपमुख्यमंत्री ने दवाई का पूरा खर्चा उठाने की बात कही है। इसके साथ ही ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं को अच्छा इलाज मिले यह हमारी जिम्मेदारी है।

वहीं, इस घटना पर कांग्रेस पार्टी ने भी हमला बोल दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। मुख्यमंत्री आवास के क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाली महिला को इलाज नहीं मिल पाया। उन्होंने कहा कि महिला 4 दिन से एडमिट होने का प्रयास कर रही थी, मजबूरन सड़क पर निकल रहे लोगों ने सड़क पर प्रसव करवाया। इससे ज्यादा शर्मनाक क्या होगा!कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार के लोग AC में बैठकर झूठ पर झूठ बोले जा रहे कि सब ठीक है, पूरा विभाग भ्रष्टाचार में डूबा है आम आदमी की सुध लेने का समय नहीं है, बाकी प्रदेश का क्या हाल होगा आप अंदाजा लगा सकते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी की आदित्यनाथ सरकार सिर्फ झूठ पर झूठ बोले जा रही है हकीकत यह है कि प्रदेश में कहीं डॉक्टर नहीं, कहीं पैरामेडिकल स्टाफ नहीं, दवा नही, मशीनें ठीक नहीं। लेकिन उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, प्रचार में सब ठीक का दावा किया कर रहे है।