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लखीमपुर खीरी मामला: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी गिरफ्तार, रिहाई पर असमंजस बरकरार!

राहुल गांधी से मिले संजय राऊत, बोले- प्रियंका गांधी जेल में क्यों हैं और मंत्री खुले घूम रहे हैं!

नयी दिल्ली: शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में बहुत दु:खद घटना हुई है। राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के सबसे बड़े नेता हैं। देश में ऐसी घटनाएं हो रही है। प्रियंका गांधी जी को गिरफ्तार किया गया है , ऐसे समय में उनसे मिलना बहुत जरूरी है। अगर कानून सबके लिए समान है तो प्रियंका गांधी जेल में क्यों हैं और मंत्री खुले घूम रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल यूपी के लखीमपुर खीरी का दौरा करेगा, उन्होंने कहा कि इस पर चर्चा की गई है।
संजय राउत ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई मौकों पर भावुक होते देखा है। लालकिले की हिंसा पर वो भावुक हुए थे, लेकिन अब तक पीएम नरेंद्र मोदी इस मामले पर मौन क्यों हैं? उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को रोककर सरकार ने गलत किया, वो इंदिरा गांधी की पोती हैं, जिन्होंने पाकिस्तान के दो दुकड़े कर दिए थे। अगर यही घटना किसी और राज्य में हुई होती तो अब तक भाजपा के लोग कोहराम मचा रहे होते।
संजय राउत ने ये भी कहा कि अगर कोई किसानों के दुखों में शरीक होना चाहता है तो सरकार उसको क्यों रोकना चाहती है? लोकतंत्र में ये अधिकार है सबको। किसी की भी आवाज उठाई जा सकती है, किसानों की आवाज उठाई तो उसको रोका क्यों जा रहा है?

प्रियंका गांधी वाड्रा सीतापुर में गिरफ्तार, रिहाई पर असमंजस बरक़रार!
लखीमपुर खीरी जाने के प्रयास में लखनऊ से निकलीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को सोमवार को सीतापुर में हिरासत में लेने के बाद मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रियंका गांधी के साथ ही 11 लोगों पर शांति भंग का आरोप लगा है और सबसे खिलाफ FIR दर्ज की गई है। अब उनको निजी मुचलके पर रिहा किया जा सकता है। उनकी रिहाई पर असमंजस है। उधर प्रियंका को गिरफ्तार करने की सूचना पर कांग्रेस काफी आक्रोशित हैं।
सीतापुर में पीएसी सेकेंड बटालियन के गेस्ट हाउस में हिरासत में ली गईं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा व 11 के विरुद्ध मंगलवार को हरगांव पुलिस ने धारा 107/116 व 151 में कार्रवाई कर दी है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत 11 लोगों के विरुद्ध हरगांव पुलिस ने धारा 107/116 व 151 में पाबंद करने के लिए रिपोर्ट एसडीएम को भेजी है। एसडीएम की संस्तुति के बाद प्रियंका व उनके समर्थकों की पाबंदी की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसके बाद उन्हें निजी मुचलके पर रिहा कर दिया जाएगा।
एसडीएम सदर पीएल मौर्य ने बताया प्रियंका गांधी वाड्रा को गिरफ्तार कर द्वितीय वाहिनी पीएसी के गेस्टहाउस में भेजा गया था। उन्होंने बताया कि रिहाई के लिए फिलहाल अभी कुछ तय नहीं है। उन्होंने बताया कि जरूरी नहीं कि प्रियंका गांधी वाड्रा को रिहाई के लिए न्यायालय में पेश किया जाए। सीआरपीसी में कई धाराएं हैं, जिनमें मजिस्ट्रेट अस्थाई तौर पर आवश्यकता के अनुसार कहीं पर भी सुनवाई कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि निर्देश मिलते ही उन्हें निजी मुचलके पर रिहा कर दिया जाएगा। इस मामले में अभी प्रियंका गांधी की रिहाई को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

उन्होंने बताया कि जरूरी नहीं कि प्रियंका गांधी वाड्रा को रिहाई के लिए न्यायालय में पेश किया जाए। पुलिस ने सोमवार तड़के लखीमपुर जाते वक्त प्रियंका गांधी वाड्रा को हरगांव में रोका था। इसके बाद इन्हेंं गिरफ्तार कर सीतापुर जिला मुख्यालय पर द्वितीय वाहिनी पीएसी के गेस्ट हाउस लाया गया। इसके बाद से प्रियंका सीतापुर में ही हैं। वह बगैर वारंट के अपनी गिरफ्तारी पर वीडियो संदेश के जरिये सवाल भी उठा चुकी हैं।

तहसील को भेजी रिपोर्ट में यह 11 नाम
प्रियंका गांधी, अजय कुमार उर्फ लल्लू, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, दीपक सिंह, धीरज गुर्जर, अमित कुमार, हरिकांत, नरेंद्र शेखावत, संदीप, राजकुमार व याेगेंद्र।
हरगांव थानाध्यक्ष बृजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि लखीमपुर में धारा 144 लागू है। इस वजह सोमवार तड़के लखीमपुर जाते समय कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को हरगांव में रोका गया था। यहां प्रारंभिक कार्रवाई करते हुए शांतिभंग की आशंका में उन्हेंं हिरासत में लेकर सीतापुर भेजा गया था।

अंतिम संस्कार के बाद तय होगी आगे की रणनीति
प्रियंका गांधी की रिहाई के बारे में अभी कुछ तय नहीं है। लखीमपुर में मृतकों का अंतिम संस्कार होने के बाद ही कुछ स्थिति स्पष्ट होगी। अंतिम संस्कार के बाद ही प्रियंका को सीतापुर से रवाना किया जाएगा। अगर अनुमति मिल गई तो वह लखीमपुर जाएंगी वरना यहीं से वापस लखनऊ भेज दिया जाएगा।

प्रियंका गांधी को गिरफ्तारी के बाद सीतापुर में अस्थाई जेल में रखा गया है। प्रियंका गांधी के लिए पीएसी गेस्ट हाउस को अस्थाई जेल बनाया गया है।
प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी पर पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि ये पूरी तरह से अवैध और काफी शर्मनाक है। प्रियंका गांधी को सुबह साढ़े चार बजे एक पुरुष पुलिस अधिकारी ने सूर्योदय से पहले गिरफ्तार कर लिया और उन्हें अभी तक न्यायिक मजिस्ट्रेट के पास नहीं ले जाया गया है। उन्होंने कहा कि कानून के कई प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है, उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का एक अलग ही अर्थ है। वहां कानून का मतलब है, आदित्यनाथ की कानून-व्यवस्था, आदित्यनाथ की व्यवस्था। यह संवैधानिक अधिकारों का घोर उल्लंघन है।

प्रियंका ने ट्वीट कर पीएम मोदी से पूछे कई सवाल?
प्रियंका गांधी ने अपना एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह कह रही हैं, ‘मोदी जी नमस्कार’, मैंने सुना है आज आप आजादी का अमृत उत्सव मनाने के लिए लखनऊ आ रहे हैं। मैं आपसे पूछना चाहती हूं कि आपने ये वीडियो देखा है? ये वीडियो आपकी सरकार में मंत्री के बेटे की गाड़ी के नीचे किसानों को कुचलता दिखाता है।
इस वीडियो को देखिए और देश को बताइए कि इस मंत्री को अभी तक बर्खास्त क्यों नहीं किया गया है। और इस लड़के को अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है? मेरे जैसे विपक्ष के नेताओं को हिरासत में तो आपने बगैर किसी ऑर्डर, बगैर किसी एफआईआर के रखा है। मैं जानना चाहती हूं कि ये आदमी आजाद क्यों है?

धारा 107/116 व 151 में कार्रवाई
भारतीय संविधान की दण्ड प्रक्रिया संहिता 107/116/151 का विधि व्यवस्था की स्थापना के लिए महत्व बढ़ जाता है। आक्रोशित जन सामान्य को नियंत्रित करने के लिए पुलिस इस कानून का सबसे ज्यादा प्रयोग करती है। पुलिस इन धाराओं में गिरफ्तारियां करके यह समझ लेती है कि उसका काम पूरा हो गया है और उसने समस्या पर काबू पा लिया है। ग्रामीण थाना में इन धाराओं का प्रयोग अधिक होता है। पुलिस मामूली मन-मुटाव पर भी दोनो पक्षों के विरूद्ध इसका प्रयोग करती है जिससे गांव की शांति और सौहार्द जाता रहता है। कभी गांव के गांव इन धाराओं में मजिस्ट्रेट के सामने भेज दिए जाते हैं।

यूपी में जलियांवाला बाग जैसी स्थिति: पवार
उधर, लखीमपुर खीरी मामले पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) चीफ शरद पवार ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जलियांवाला बाग में जैसी स्थिति थी, वैसी ही आज यूपी में हो गई है। किसान ये कभी नहीं भूलेगा। केंद्र सरकार को असंतोष का सामना करना पड़ेगा।