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‘वज्रमूठ रैली’ कर गरजे उद्धव ठाकरे, बोले- हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम ऐसी सरकार नहीं बनने देंगे जो अन्यायपूर्ण हो

मुंबई: शिवसेना (UBT) के अध्यक्ष व महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे रविवार को मुंबई के बीकेसी मैदान में आयोजित एमवीए की संयुक्त ‘वज्रमूठ रैली’ में विशाल जनसमूह को ‘महाराष्ट्र दिन’ व ‘कामगार दिन’ की शुभकामना देते हुए रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को हराने के लिए विपक्षी एकता का आह्वान किया और कहा कि एक विकल्प अपने आप सामने आएगा. यहां महाविकास आघाड़ी (एमवीए) की संयुक्त ‘वज्रमूठ रैली’ को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि इसकी ‘सत्ता की लत’ देश को नष्ट कर रही है.

उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं अमित शाह को कहना चाहता हूं कि जमीन क्या होती है, ये आपको महाराष्ट्र की जनता बताएगी. महानगरपालिका, विधानसभा, और लोकसभा चुनाव साथ में करवाओ, फिर जमीन क्या होती है बता देंगे.

उन्होंने कहा कि क्रांति करने के लिए आपको सिर्फ (ईवीएम का) बटन दबाने की जरूरत है. स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी, स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए फांसी के तख्ते पर चढ़ गए. उन्हें इसकी परवाह नहीं थी कि प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति कौन होगा? उन्होंने देश की जनता के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी न कि बीजेपी को सत्ता में लाने के लिए. उन्होंने कहा, आप चिंता क्यों कर रहे हैं कि विकल्प कौन होगा? कोई न कोई तो जरूर आएगा, लेकिन हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम ऐसी सरकार नहीं बनने देंगे जो अन्यायपूर्ण हो. उद्धव ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को लोगों को बताना चाहिए कि उन्होंने अपने कार्यकाल में देश के लिए क्या किया है?

उद्धव ठाकरे ने कहा कि लोगों को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि मुख्य मुद्दों से उनका ध्यान भटकाने के लिए किस तरह से धार्मिक मुद्दों को उछाला जाता है. प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार के विकल्पों पर ठाकरे की टिप्पणियों को महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

खबर है कि कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल और राहुल गांधी जल्द मुंबई में उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर सकते हैं. महाराष्ट्र में MVA के कई बड़े नेता राज्य की सरकार और बीजेपी पर इस रैली के माध्यम से जमकर निशाना साध रहे हैं.

उद्धव सरकार गिरने को लेकर अजित पवार ने किया ये दावा?
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने महाविकास अघाड़ी (MVA) की रैली को सम्बोधित करते हुए बीएमसी चुनाव में हो रही देरी पर सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि 10 महीने बीत जाने के बाद अभी तक मुंबई महानगरपालिका चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है, सरकार के मन में डर है.
इसके साथ ही उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को निशाने पर लिया. अजित पवार ने दावा किया कि देश का प्रधानमंत्री कौन है और राष्ट्रपति कौन है ये मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को नहीं पता है! अजित पवार ने दावा किया कि कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘प्रधानमंत्री’ बताया था.
अजित पवार ने महाराष्ट्र में उद्धव सरकार के गिरने का भी जिक्र किया. पवार ने दावा किया कि राज्य के उद्योग मंत्री ने कहा कि सरकार गिराने के लिए एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस ने 15 से ज्यादा मीटिंग की.
गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार अल्पमत में आ गई थी. फ्लोर टेस्ट से पहले ही उद्धव ठाकरे ने सीएम पद से राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया और महाराष्ट्र की सरकार गिर गई. उद्धव ठाकरे की सरकार में अजित पवार डिप्टी सीएम थे.
एमवीए की इस रैली में पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले, पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत सहित कई नेता शामिल हुए. आने वाले दिनों में बीएमसी चुनाव होने हैं और उसके बाद विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी. एमवीए में शामिल तीनों दल शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी ने एकता जाहिर करने के लिए ‘वज्रमूठ रैली’ का आयोजन किया था.