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शिवसेना सांसद संजय राउत के बाद उनकी पत्नी पर कसा ईडी का शिकंजा!

मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना नेता व सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ईडी ने शिवसेना सांसद संजय राउत और उनकी पत्नी वर्षा राउत से आमने-सामने पूछताछ करने की योजना बनाई है।
संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत आज सुबह मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय पहुंची थीं। एजेंसी ने उन्हें पात्रा चॉल जमीन मामले में तलब किया है। इस दौरान उनके साथ उनकी बेटी, दामाद और संजय राउत के भाई सुनील राउत भी मौजूद हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शिवसेना सांसद संजय राउत की गिरफ्तारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने उनकी पत्नी वर्षा राउत को आज पूछताछ के लिए बुलाया था। ‘पात्रा चॉल’ घोटाले के आरोपों में घिरे सांसद संजय राउत की पत्नी को प्रवर्तन निदेशालय के ऑफिस से शुक्रवार को नोटिस मिला था। जिसे लेकर सांसद की पत्नी आज ईडी कार्यालय पहुंची।
बता दें कि पात्रा चॉल मामले में सांसद को पहले ही ईडी ने कई घंटों की लम्बी पूछताछ के बाद देर रात गिरफ्तार कर लिया था। अब जांच टीम अन्य आरोपियों को तलाशने में जुटी है।
ईडी इस समय मामले से जुड़े प्रवीण राउत, सुजीत पाटकर और संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत का एक-दूसरे से क्या संबंध हैं, इसकी छानबीन करने में लगी है।
ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जांच टीम को संजय राउत के घर से कुछ विवादित कागजात मिले थे, जिनका संबंध सांसद की पत्नी वर्षा राउत से बताया गया। इन्हीं दस्तावेजों को लेकर ईडी सांसद संजय राउत की पत्नी से पूछताछ कर सकती है। इसके अलावा ईडी वर्षा से दादर स्थित गार्डन कोर्ट इमारत में फ्लैट, अलीबाग में खरीदी गई जमीन के बारे में भी पूछताछ कर सकती है।

ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि हमने मामले में एचडीआईएल के प्रवीण, सारंग वधावन और राकेश वधावन और गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। जांच के दौरान, ईडी को इस तथ्य से भी अवगत कराया गया था कि प्रवीण ने वर्षा को कथित तौर पर 55 लाख रुपये का भुगतान किया था और भुगतान प्रवीण की पत्नी ने अपने बैंक खाते के माध्यम से किया था। यह भी आरोप लगाया गया कि संजय राउत की यात्रा का खर्च प्रवीण ने वहन किया जिसमें उनके होटल में ठहरने और हवाई टिकट शामिल थे।

क्या है पात्रा चॉल घोटाला?
बता दें कि शिवसेना सांसद संजय राउत इसी घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में गिरफ्तार किए गए हैं। इस घोटाले की शुरुआत साल 2007 से हुई थी। तब यह आरोप लगा था कि म्हाडा के साथ गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और एचडीआईएल (हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) की मिलीभगत से इस घोटाले को अंजाम दिया गया। शुरुआत में म्हाडा ने पात्रा चॉल के रीडेवलपमेंट का कार्य गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को दिया था।
इस मामले में 1034 करोड रुपए के घोटाले का आरोप है। यह कंपनी प्रवीन राउत की है। जो शिवसेना सांसद संजय राउत के करीबी मित्र हैं। इस कंपनी पर चॉल के लोगों के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। यहां इस जमीन पर 3000 से ज्यादा फ्लैट बनाए जाने थे। जिसमें से 672 साल के चॉल निवासियों को मिलने थे, लेकिन जमीन प्राइवेट बिल्डरों को बेच दी गई।