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Original टीवी, मोबाइल बदलकर डिब्बों में रखते थे नकली, पुलिस ने दो डिलीवरी बॉय को किया गिरफ्तार

मुंबई: मुंबई के चारकोप में पुलिस ने दो डिलीवरी बॉय को सामानों की हेराफेरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह दोनों डिलीवरी बॉय ग्राहकों के मंहगे सामान निकालकर डिब्बों में नकली और टूटा सामान रख देते थे। अब तक यह करीब 23 सामानों की हेराफेरी कर चुके हैं, जिसमें महंगे टीवी, मोबाइल, एयर कंडीशनर जैसे मंहगे प्रॉडक्ट शामिल हैं। आरोपितों की पहचान आशिक हुसैन कुरेशी (47) और राजकुमार यादव (30) के रुप में की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दोनों आरोपित कांदिवली पश्चिम के चारकोप में गवर्नमेंट इंडस्ट्रियल एस्टेट में डी/92 स्थित एलिन्ज इंफ्रा केयर सॉल्यूशन कंपनी में डिलीवरी बॉय के रूप में काम कर रहे थे। कुछ दिन पहले से आरोपितों ने कंपनी की आंखों में तब धूल झोंकना शुरू किया, जब उन्हें पता चला कि अधिकतर ग्राहक प्रॉडक्ट पर कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प चुन रहे हैं। तब दोनों आरोपितों ने इसका फायदा उठाना शुरु किया। वह कंपनी को बताते कि ग्राहक दिए गए पते पर मौजूद नहीं था, और ऐसा कहकर प्रॉडक्ट वापस गोदाम में रख देते थे। मगर, डिब्बे का सामान बदलने का खेल उससे पहले ही हो जाता था। डिब्बे को गोदाम में रखने से पहले आरोपित असली सामान को नकली या क्षतिग्रस्त सामान के साथ बदल देते थे।

डाटा की जांच में हुआ खुलासा
कंपनी के प्रबंधक अबरार अली शेख (35) इस मामले में शिकायतकर्ता है, जिन्होंने बोरीवली और अंधेरी क्षेत्र के बीच फ्लिपकार्ट प्रॉडक्ट्स डिलीवरी के लिए संपर्क किया था। एक सिस्टम के तहत कंपनी ग्राहकों के कॉल रिकॉर्ड करती हैं। कंपनी ने जब पिछले तीन महीनों के डाटा की जांच की तो उन्हें कुछ गड़बड़ी का संदेह हुआ। फिर एक पार्सल के अंदर एक क्षतिग्रस्त सामान मिला। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को घटना की जानकारी देते हुए अज्ञात डिलीवरी बॉय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। जांच के दौरान पुलिस ने दोनों डिलीवरी बॉय को पूछताछ के लिए बुलाया जिनके पास क्षतिग्रस्त सामान के डिलीवरी की जिम्मेदारी थी। पूछताछ के दौरान आरोपितों ने घटना का भेद खोला और बताया कि उन्होंने कंपनी के साथ किस तरह से धोखा किया।
3 अगस्त को पुलिस ने आरोपितों को आईपीसी की धारा 420, 408 और 34 के तहत गिरफ्तार कर लिया। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मनोहर शिंदे ने बताया कि दोनों आरोपितों को अदालत में पेश करने के बाद पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।