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सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ पूरी, अब जरूरत पड़ने पर नए समन के साथ किया जाएगा तलब, कांग्रेस सांसदों का संसद के बाहर धरना

नयी दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े धनशोधन के मामले में ईडी की पूछताछ आज तीसरे दिन खत्म हो गयी। इस पूछताछ के विरोध में कांग्रेस सांसदों ने संसद के बाहर धरना दिया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर ईडी ने बुधवार को एक बार फिर सोनिया गांधी से पूछताछ की। करीब तीन घंटे की पूछताछ के बाद सोनिया गांधी से पहले दौर की पूछताछ पूरी कर ली गई। यानी अब सोनिया गांधी को जरूरत पड़ने पर नए समन के साथ ही ईडी के दफ्तर तलब किया जाएगा। अब तक सोनिया गांधी से तीन अलग-अलग दिन में कुल 12 घंटे तक पूछताछ की गई है। इस दौरान उन्होंने दर्जनों सवालों का जवाब दिया है। वहीं सोनिया गांधी से पूछताछ के बीच कांग्रेस ने संसद से सड़क तक देशभर में प्रदर्शन किया। इस दौरान कई बड़े नेताओं को हिरासत में भी लिया गया।

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सोनिया गांधी ने करीब 100 सवालों के दिए जवाब
कांग्रेस की अंतरिम अध्‍यक्ष सोनिया गांधी से एक दौर की पूछताछ पूरी हो चुकी है। इस दौरान उनसे करीब 100 सवाल पूछे गए हैं, जिनके उन्होंने जवाब दिए हैं। इन सभी जवाबों को रिकॉर्ड कर लिया गया है। जो कि 6 घंटे तक चली थी।

वहीं इससे पहले भी 21 जुलाई को सोनिया गांधी से इस मामले में पूछताछ की गई थी। पहले दिन कांग्रेस अध्यक्ष से करीब 3 घंटे तक सवाल-जवाब का दौर चला था। इस दौरान उनसे 28 सवाल किए गए थे।

कोविड प्रोटोकॉल का रखा गया ध्यान
सोनिया गांधी हाल में कोरोना वायरस से संक्रमित हुई थीं। यही वजह है कि, कोविड अनुकूल प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पूछताछ की गई थी। सोनिया गांधी से किए गए सवालों के सत्र को ऑडियो-वीडियो माध्यम से रिकॉर्ड किया गया।

कांग्रेस ने देशभर में किया प्रदर्शन
वहीं कांग्रेस ने अपने शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ एजेंसी की कार्रवाई की निंदा की है और पार्टी ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध और उत्पीड़न करार दिया। सोनिया गांधी से पूछताछ के दौरान राहुल गांधी से लेकर कांग्रेस के अन्य बड़े नेताओं को हिरासत में भी लिया गया।
दूसरी तरफ बीजेपी ने इसे सच को छिपाने की कोशिश बताया। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि, कांग्रेस सत्याग्रह नहीं करना चाहती, बल्कि सच को छिपाने की कोशिश कर रही है। जब उन्होंने कुछ किया ही नहीं है तो फिर सवालों का जवाब देने में परेशानी क्या है?