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UP: केमिकल फैक्टरी का बॉयलर फटा, धमाके में 1 की मौत…रोते-बिलखते लोग

लखनऊ: लखनऊ के चिनहट थानाक्षेत्र के उतरधौना गांव स्थित केमिकल फैक्टरी का बॉयलर शुक्रवार देर शाम तेज धमाके के साथ फट गया। हादसे में एक की मौत हो गई, जबकि चार महिलाएं घायल हो गईं। वहीं, धमाके से बॉयलर की छत उड़ गई। पुलिस और अग्निशमन टीम ने ढाई घंटे के बचाव कार्य में सभी को सुरक्षित निकाला।
डीसीपी पूर्वी सोमेन वर्मा के अनुसार, रात 8 बजे कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि केमिकल फैक्टरी का बॉयलर फट गया है। इस पर पुलिस और अग्निशमन की टीम मौके पर पहुंची। हादसे में फतेहपुर निवासी 40 वर्षीय शिवरूप पाल की मौत हो गई। वह फैक्टरी में सुपरवाइजर था। वहीं, उतधौना गांव की साबिरा, सूबी, सबीना और आमना घायल हो गईं। पुलिस ने घायलों को तत्काल राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचाया। सभी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।

तेज धमाके से इलाके में दहशत
धमाका इतना तेज था कि आस-पास के डेढ़ किमी तक गूंज सुनाई दी। तेज धमाके से पास के गांव उतरधौना में 11 घरों के शीशे टूट गए। दहशत में आए लोग भाग कर घर से निकले और पुलिस को सूचना दी। धमाके से कई घरों में दरारें पड़ गईं। एहतियातन पुलिस ने उतरधौना गांव के एक हिस्से को खाली करा लिया।

डेढ़ घंटे बाद मिला कर्मचारी की शव
डीसीपी सोमेन वर्मा के मुताबिक सीएफओ विजय कुमार सिंह के नेतृत्व में अग्निशमन की टीम फैक्टरी के अंदर दाखिल हुई। करीब डेढ़ घंटे तक मजदूरों की तलाश की गई। इसके बाद पहली मंजिल पर शिव रूप पाल का शव मिला। हादसे के वक्त फैक्टरी चल रही थी या बंद थी, इसके बारे में उद्योग विभाग के अधिकारी जांच करने के बाद ही बता सकते हैं। हालांकि देर रात 11 बजे तक उद्योग विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची थी।

फैक्टरी में धमाके की घटना से उग्र हुए ग्रामीण, हंगामा
वहीं, धमाके के बाद आस-पास के ग्रामीण फैक्टरी के पास पहुंच गए। ग्रामीणों के मुताबिक रिहायशी इलाके में बनी फैक्टरी हटाने के लिए कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
शुक्रवार की घटना के बाद उग्र ग्रामीणों ने हंगामा और नारेबाजी भी शुरू कर दी। पुलिस के रोकने के बावजूद कुछ ने फैक्टरी पर पथराव भी किया। इस पर पुलिस ने सख्ती करते हुए खदेड़ दिया। हालांकि, पुलिस अधिकारी नारेबाजी और पथराव से इन्कार कर रहे हैं।

आठ एंबुलेंस और दमकल की 5 गाड़ियां पहुंचीं
डीसीपी सोमेन वर्मा के मुताबिक हादसे की सूचना मिलते ही आस-पास के चार थानों की पुलिस को उन्होंने मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया। साथ ही आठ एंबुलेंस व गोमतीनगर, इंदिरानगर से दमकल की 5 गाड़ियों को मौके पर बुला लिया गया।
एडीसीपी पूर्वी अमित कुमार, एसीपी विभूति खंड स्वतंत्र सिंह, इंस्पेक्टर चिनहट क्षितिज त्रिपाठी, विभूति खंड श्याम बाबू शुक्ला, गोमती नगर धीरज कुमार और गोमती नगर विस्तार बृजेश यादव टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। रात करीब 11 बजे तक राहत कार्य चलता रहा।

ट्रॉमा के होल्डिंग एरिया में रिजर्व किए 20 बेड
फैक्टरी में धमाके की सूचना मिलते ही केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर को अलर्ट कर दिया गया। सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार, ट्रॉमा सीएमएस डॉ. संतोष कुमार, ट्रॉमा प्रभारी डॉ. सुमित रूंगटा सहित अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद आनन-फानन ट्रॉमा सेंटर के सामने बनाए गए होल्डिंग एरिया में 20 अतिरिक्त बेड लगवाए गए। 
डॉ. सुमित रूंगटा ने बताया कि घायलों के लिए होल्डिंग एरिया में ही अलग से एक ब्लॉक बना दिया गया है। यहां इलाज संबंधी सभी तैयारियां कर ली गई हैं। जितने भी घायल आएंगे उन्हें होल्डिंग एरिया में रखकर इलाज शुरू कर दिया। इस दौरान उनका कोरोना का भी सैंपल लिया जाएगा।