उत्तर प्रदेशब्रेकिंग न्यूज़

Varanasi: आज से घाटों की सैर कराएगा ‘श्रीविश्वनाथम’, अलकनंदा से किराया आधा!

वाराणसी, (राजेश जायसवाल): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ‘मेड इन बनारस क्रूज’ आज से यानी देव दीपावली से चलना शुरू हो गया है. इस स्वदेशी क्रूज को तैयार करने में आठ महीने का समय लगा है. यह क्रूज वाराणसी में गंगा की लहरों पर पर्यटकों को ‘काशी दर्शन’ कराएगा. यह क्रूज वाराणसी में चलने वाले लक्जरी क्रूज ‘अलकनंदा’ से भी बड़ा है. बात यदि इसके किराए की करें तो इसका किराया अलकनंदा क्रूज का आधा है.
यह स्वदेशी क्रूज लक्जरी सुविधाओं से लैस होगा और इसे तैयार करने वालों ने इसका नाम ‘श्री विश्वनाथम’ रखा है. इसे बनाने वाले दोनों भाईयों अजय और सोनू ने इसमें अपनी सारी बचत लगा दी है. दोनों भाईयों की पीढ़ियां भी नाव चलाने का काम करती थीं.

क्रूज ‘अलकनंदा’
क्रूज ‘अलकनंदा’

अजय साहनी ने बताया कि इस क्रूज में एक बार में 120 यात्री सफर कर पाएंगे. यह क्रूज दो फ्लोर का है, ग्राउंड फ्लोर फूली AC होगा जबकि सेकेंड फ्लोर पर ओपन रूफटॉप जैसी व्यवस्था होगी. इसके अलावा पर्यटकों के लिए इसमें बायो टॉयलेट की भी व्यवस्था है. इस क्रूज को बनाने में कुल 75 लाख रुपये का खर्च आया है. इस दो मंजिला क्रूज में एकबार में 120 पर्यटक सफर कर सकते हैं. इसे बनाने में 8 महीने का समय लगा है. आज देव दीपावली पर यह पर्यटकों को घाटों की सैर कराएगा. इस पर सवार होकर अब आप गंगा की लहरों का आनंद से सकते हैं. अलकनंदा क्रूज की लंबाई 75 फीट है जबकि श्रीविश्वनाथम की लंबाई 80 फीट और चौड़ाई 20 फीट है. बजड़ा पूरी तरह से वातानुकूलित है. इसमें दो इंजन लगाए गए हैं. एक इंजन सीएनजी जबकि दूसरा पेट्रोल से चलेगा.

पर्यटक इस क्रूज से ‘सुबह-ए-बनारस’ के साथ शाम को ‘काशी दर्शन’ और घाटों के दीदार के साथ विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती का भी दीदार कर पाएंगे. सुबह इस क्रूज से काशी दर्शन के लिए पर्यटकों को 450 रुपए खर्च करने होंगे जबकि शाम को 550 रुपए के पैकेज में इस क्रूज से पर्यटक अस्सी से नमो घाट तक के सफर के साथ गंगा आरती भी देख सकेंगे. अजय साहनी ने बताया कि वाराणसी में चलने वाले अलकनंदा क्रूज से इस देसी क्रूज का किराया आधा है और इसे काशी में ही पूरी तरह तैयार किया गया है.

बता दें कि देवाधिदेव महादेव की नगरी काशी में आने वाले श्रद्धालु व पर्यटक श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन करने के साथ गंगा घाटों की छटा भी निहारते हैं. घाटों का भ्रमण करने के लिए लोग नावों के अलावा बजड़े और क्रूज की सवारी पसंद करते हैं. वर्तमान समय में काशी में चार क्रूज का संचालन हो रहा है.