ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहर

करोड़ों की संख्या में गणेशभक्तों ने किया बप्पा का दर्शन; ‘लालबाग के राजा’ की विदाई के लिए सड़कों पर उमड़ा जनसैलाब!

मुंबई,(राजेश जायसवाल): महाराष्ट्र में गणेशोत्सव काफी धूमधाम से मनाया गया. मुंबई की हर गली-मोहल्लों में बप्पा विराजमान थे. इस वर्ष मुंबईकरों में खूब उत्साह देखने को मिला. सालभर इंतजार के बाद फिर से बप्पा के पंडालों में दर्शन के लिए करोड़ों श्रद्धालु उमड़ पड़े थे.
मुंबई के सबसे मशहूर गणपति बप्पा यानी ‘लालबाग के राजा’ के दर्शन के लिए देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं. करोड़ों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं ने अपने बप्पा को खूब चढ़ावा भी अर्पित किए हैं. इस बार भी बप्पा को खूब चढ़ावा चढ़ाया गया है, जिसमें सिर्फ नगदी ही नहीं, सोने और चांदी के आभूषणों के साथ तरह-तरह की चीजें भी चढ़ाई गई हैं. लोगों की मन्नत पूरी होने पर चांदी का मोदक भी बप्पा को भेंट किया गया है.
गणेश उत्सव के बाद ‘लालबाग के राजा’ की दान पेटी को जब खोला गया तो हर कोई हैरान रह गया. लालबाग के राजा की दानपेटी में 2,79,47000 रुपए नकद के अलावा 100 तोला सोना और 15 किलोग्राम चांदी के आभूषण मिले चुके हैं.
मंडल के सचिव सुधीर साल्वी ने बताया कि इस बार एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लालबाग के राजा के दर्शन किए. साल्वी ने कहा कि मंडल के पदाधिकारियों ने अभी तक सात दिनों का हिसाब-किताब किए हैं, अंतिम दो दिनों का हिसाब बप्पा की विदाई के बाद किया जाएगा.

मंडल के अनुसार, बीते साल 5 करोड़ रुपए से ज्यादा का नकद चढ़ावे के रूप में मिला था. इसके अलावा 5 किलो से ज्यादा सोने के आभूषण, 60 किलो 341 ग्राम चांदी, एक बाइक भी चढ़ावे में मिली थी.

1935 में चिंचपोकली के कोलियों ने की थी शुरुआत
मुंबई में ‘लालबाग के राजा’ का सबसे लोकप्रिय गणेश मंडल माना जाता है. बड़े-बड़े सेलिब्रेटी और राजनेता यहां आकर भगवान गणेश का दर्शन करते हैं. इसकी शुरुआत 1935 में चिंचपोकली के कोलियों ने की थी. दस दिनों तक चलने वाले इस उत्सव के दौरान आम से लेकर खास तक हर कोई उनकी एक झलक पाने के लिए बेताब रहता है. कहा जाता है कि यहां दर्शन करने वाले भक्तों की हर मनोकामना को ‘राजा’ पूरी करते हैं.

किंग्स सर्कल के GSB सेवा मंडल में पहुंचे 40 लाख श्रद्धालु
सोना-चांदी के गणपति के नाम से मशहूर जीएसबी सेवा मंडल गणपति पंडाल को दर्शनीय और धनवान का प्रतीक माना जाता है. जीएसबी सेवा मंडल ने इस साल के गणेश चतुर्थी समारोह के लिए 316.40 करोड़ रुपए का बीमा करा कर खूब सुर्खियां बटोरी थी. जीएसबी मंडल में स्थापित बप्पा का दर्शन 40 लाख से ज्यादा श्रद्धालु कर चुके हैं. बता दें कि यहां गणेश भक्तों को सिर्फ पांच दिन बप्पा का दर्शन लाभ मिल पाता है और सबसे ख़ास यह है कि यहां गणेश उत्सव के दौरान 24 घंटे पूजा और अनुष्ठान विधि का कार्यक्रम चलता रहता है. मंडल के अध्यक्ष विजय कामत ने बताया कि यहां 70 हजार से अधिक अनुष्ठान किये जाते हैं.

‘चिंतामणि’ और ‘मुंबई के राजा’ के दर्शन के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की अपार भीड़!
चिंचपोकली के ‘चिंतामणि’ और लालबाग के गणेश गल्ली स्थित ‘मुंबई के राजा’ के नाम से मशहूर गणपति बप्पा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की अपार भीड़ देखने को मिली. ‘लालबाग के राजा’ का दर्शन करने के बाद श्रद्धालु ‘मुंबई के राजा’ और चिंतामणि की ओर रुख कर रहे थे. यहां पर भी दर्शन के लिए लंबी-लंबी कतारें देखने को मिली, परन्तु इन मंडलों में धक्का-मुक्की देखने को नहीं मिला. यहां भक्त लाइन में लगकर सुचारु रूप से बप्पा का दर्शन लाभ ले रहे थे. गणेश गल्ली   के गणपति पंडाल की शुरुआत 1928 में मिल श्रमिकों के लिए हुई थी. हर साल गणेश गली ‘मुंबईचा राजा’ में एक थीम पर आधारित गणेश पंडाल बनाया जाता है.

‘चिंतामणि’ के गणपति पंडाल की शुरुआत 1920 में हुई थी. मंडल के सचिव वासुदेव सावंत ने बताया कि यहां लगभग 55 से 60 लाख श्रद्धालुओं ने बप्पा के दर्शन किए हैं. सावंत के अनुसार, पंडाल में रखे गए दान पेटी को अभी तक खोला नहीं गया है. बप्पा के विसर्जन के बाद दान पेटी में आए दान की गिनती की जाएगी.

बता दें कि पिछले 10 दिनों से चल रहे गणेश उत्सव का आज यानी गुरुवार को समापन हो रहा है. देशभर में भगवान गणेश का विसर्जन किया जा रहा है. सबसे ज्यादा उत्साह मुंबई में देखने को मिल रहा है. ‘लालबाग के राजा’ के दर्शन और विदाई के लिए सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा है.

मग्न मुग्ध कर देता है ‘अंधेरीचा राजा’ के पंडाल की सजावट
यदि आप गणेश उत्सव पर मुंबई के गणपति पंडालों में शामिल हो रहे हैं तो यहां का ‘अंधेरीचा राजा’ भी मशहूर है. यहां 1966 से गणपति पंडाल के आयोजन की शुरुआत हुई थी. 10 दिवसीय गणेश उत्सव में यहां कई मशहूर हस्तियां शामिल होती हैं. ‘अंधेरीचा राजा’ गणपति पंडाल की सजावट बहुत सुंदर और मग्न मुग्ध कर देने वाली होती है.