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जौनपुर: मुठभेड़ में दो अपराधी गिरफ्तार, मुंबई से लौटे व्यक्ति की हत्या कर की थी लूट!

जौनपुर: पुलिस ने शनिवार की भोर में जमालापुर के पास जोगापुर नहर पुलिया के पास मुठभेड़ में दो अंतर्जनपदीय अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया, एक के पैर में गोली लगी है। दोनों ने पिछले महीने मुंबई से कमाकर घर लौट रहे व्यक्ति की हत्या कर शव तालाब में फेंक दिया था। मौके से दो तमंचा, कारतूस व वारदात में इस्तेमाल बाइक बरामद हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, गत 24 अक्टूबर को रामपुर के आशापुर सिरौली निवासी जिलाजीत मुंबई से कमाकर गोदान एक्सप्रेस से घर आ रहे थे। ट्रेन के जंघई पहुंचने पर जिलाजीत ने घर वालों को फोन कर कहा था कि दो परिचित लोग मिल गए हैं। उन्हीं के साथ घर आ जाएंगे। स्टेशन पर किसी को लेने आने की जरूरत नहीं है। इसके बाद वह लापता हो गए। 26 अक्टूबर को ददरा गांव में तालाब में उनका शव मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि के बाद पुलिस कातिलों की तलाश में जुटी थी।

पुलिस टीम पर गोलियां चलाकर भागे थे बदमाश
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ओम नारायण सिंह को खबर लगी कि उक्त वारदात को अंजाम देने वाले दो अपराधी किसी और घटना को अंजाम देने के इरादे से बाइक से मड़ियाहूं की तरफ आने वाले हैं। ओम नारायण सिंह ने हमराहियों के साथ भोर में 3.30 बजे जोगापुर नहर पुलिया पर घेराबंदी कर ली। बाइक सवार दो संदिग्धों के कुछ ही देर बाद आने पर रोकना चाहा तो वह पुलिस टीम पर गोलियां चलाते हुए भागने लगे। एक गोली प्रभारी निरीक्षक की बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की तो पीछे बैठे बदमाश के पैर में गोली लगी। दोनों बाइक समेत गिर गए। पुलिस ने दोनों को दबोच लिया। गिरफ्तार बदमाशों में गोली से घायल राजेंद्र पटेल निवासी चकिया धम्मौर जबकि दूसरा राजेश गौतम निवासी सैफखानपुर चिल्हाराय थाना बहरिया प्रयागराज हैं। मौके पर पुलिस को दो तमंचे, कारतूस व घटना में प्रयुक्त बाइक मिली।
घायल राजेंद्र पटेल को पुलिस सीएचसी लाई। डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद बीएचयू ट्रामा सेंटर भेज दिया। पूछताछ में दोनों ने जिलाजीत की हत्या के जुर्म को स्वीकार कर लिया।

दोनों के विरुद्ध दर्ज हैं कई संगीन आपराधिक मुकदमे
एएसपी (ग्रामीण) शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि राजेश गौतम व राजेंद्र पटेल कुख्यात अपराधी हैं। राजेश गौतम के विरुद्ध प्रयागराज, जौनपुर व प्रतापगढ़ के विभिन्न थानों में लूट, चोरी, गैंगस्टर एक्ट, गुंडा एक्ट, आर्म्स एक्ट, हत्या आदि के 24 जबकि राजेंद्र पटेल के विरुद्ध पांच मुकदमे दर्ज हैं।

आधार कार्ड दिखाकर लिया था भरोसे में
यात्रा के दौरान अपरिचित व्यक्तियों पर भरोसा करना कितना खतरनाक साबित हो सकता है शायद इसका अंदाजा जिलाजीत को भी नहीं था। इसी की कीमत उसे जान देकर चुकानी पड़ी। गोदाम एक्सप्रेस से आ रहे जिलाजीत को लूटने के इरादे से दोनों जंघई स्टेशन से ट्रेन में सवार हुए थे। बदमाशों ने आधार कार्ड दिखाकर जिलाजीत को भरोसे में ले लिया था।
ट्रेन के मड़ियाहूं पहुंचने पर दोनों आरोपी जिलाजीत के साथ उतरे। दिनभर उसे इधर-उधर घुमाते रहे और रात में ददरा में सुनसान स्थान पर ले जाकर उसकी हत्या कर शव तालाब में फेंक दिया। उसके पास मौजूद नकदी व सामान लूटकर भाग गए। सर्विलांस पर लगाए गए मोबाइल फोन नंबर व कई स्थानों के सीसीटीवी फुटेज के सहारे पुलिस दोनों अपराधियों को पकड़ने में कामयाब हो सकी।

मुठभेड़ में शामिल पुलिस टीम
इस मिशन को अंजाम देने में एसआई शिव भंजन प्रसाद, एसआई लल्लन सिंह, एसआई बृज कुमार मिश्रा, हेड कांस्टेबल दीपचंद चौहान, सुखराज, रामबली यादव, सतीश यादव, कृष्ण मुरारी यादव, कांस्टेबल राजन भानू, राम आशीष यादव, जितेंद्र देव पांडेय, राजेंद्र प्रसाद, सूर्य कुमार यादव व आलोक कुमार शामिल रहे।