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वाराणसी: लेनदेन के विवाद में हुई थी अफजल की हत्या, पोखरे में मिला था शव, पुलिस ने दो दिन में आरोपितों को किया गिरफ्ता

वाराणसी: वाराणसी के रामनगर पोखरे में दो दिन पहले मिले भेलूपुर निवासी अफजल खान के शव मामलें का दो दिनों के भीतर पुलिस ने खुलासा कर दिया है। अफजल खान की हत्याकर शव पोखरे में फेंका गया था, पुलिस ने चौक थाने के हिस्ट्रीशीटर समेत दो युवकों को इस मामले में गिरफ्तार किया है। उसके पास से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकल और मोबाइल भी बरामद किया गया है। रविवार को प्रकरण का खुलासा पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) काशी जोन रामसेवक गौतम ने किया।
बता दें कि भेलूपुर शिवाला निवासी अफजल खान उर्फ आजम (18) का शव रामनगर पोखरे में मिला था। उसके सिर के पिछले हिस्से से खून बह रहा था। अफजल पानी की बोतल बेचने वाली एक फैक्ट्री में काम करता था। पिता गुलाम ने बेटे की हत्या की आशंका जताई थी। डीसीपी काशी जोन रामसेवक गौतम ने बताया कि सर्विलांस, फील्ड यूनिट के साक्ष्यों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह साफ हुआ कि अफजल खान की हत्या हुई है। जिसके बाद रामनगर इंस्पेक्टर अश्वनी पांडेय ने मुखबिर की सूचना पर राजघाट पुल से चौक थाने के हिस्ट्रीशीटर भुलेटन चौक निवासी मेराज और नई सड़क दशाश्वमेघ घाट निवासी अमन उर्फ अरशद को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस से पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि पैसे के लेन-देन में 19 जनवरी को रामनगर दुर्गा मंदिर पोखरे की सीढ़ियों पर बैठकर शराब पिलाने के बाद पत्थर से सिर लड़ाकर मौत की नींद सुला दिया था।

काशी जोन के डीसीपी गौतम ने बताया कि मेराज चौक थाने का हिस्ट्रीशीटर है। वह इसके पूर्व भी आर्म्स एक्ट और नशे की सामग्री के साथ एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है। उसके ऊपर हत्या के प्रयास, लूट के भी मुकदमे दर्ज है। मेराज पर कुल 16 अभियोग पंजीकृत है। पुलिस इस बार मजबूत साक्ष्य संकलन कर चार्जशीट कोर्ट में पेश करेगी और आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाएगी।