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पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय को केंद्र ने दिल्‍ली बुलाया, 31 मई को 10 बजे पेश होने का आदेश!

कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार और केंद्र के बीच रस्‍साकशी जारी है। नए घटनाक्रम में केंद्र ने पश्चिम बंगाल के मुख्‍य सचिव अलपन बंदोपाध्‍याय को दिल्‍ली बुलाया है। राज्‍य के मुख्‍य सचिव के रूप में उनका कार्यकाल इस महीने समाप्‍त हो रहा है लेकिन चार दिन पहले ममता ने उनका कार्यकाल तीन महीने के लिए बढ़ाया था। अलपन बंदोपाध्‍याय ममता बनर्जी के नजदीकी माने जाते हैं।
केंद्र की ओर से कहा गया है कि अलपन 31 मई को सुबह 10 बजे दिल्‍ली में कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग को रिपोर्ट करें। इसके अलावा केंद्र ने बंगाल सरकार से कहा है कि वह अलपन को जल्द रिलीव कर दे। ममता बनर्जी ने 24 मई को अलपन बंदोपाध्‍याय का कार्यकाल तीन महीने के लिए बढ़ाया था।

प्रधानमंत्री को कराया था आधे घंटे इंतजार!
शुक्रवार को यास चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लेने पीएम पश्चिम बंगाल आए थे। उनकी सीएम ममता बनर्जी और मुख्‍य सचिव अलपन बंदोपाध्‍याय के साथ समीक्षा बैठक थी। लेकिन ममता बनर्जी ने पीएम को आधे घंटे इंतजार कराया। मुख्‍य सचिव के साथ बैठक में पहुंची ममता ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी और यह कहकर चली गईं कि उन्‍हें कुछ दूसरी मीटिंगों में हिस्‍सा लेना है।

निर्मला सीतारमण ने किया ट्वीट
ममता बनर्जी के इस बर्ताव की आलोचना कई बीजेपी नेताओं ने की है। वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक ट्वीट करते हुए लिखा- पीएम चक्रवात से बर्बाद राज्‍य का दौरा करने गए थे। सीएम और पीएम भारत की जनता की सेवा करने वाले संवैधानिक पद हैं। ममता बनर्जी के बर्ताव से दोनों पदों की गरिमा कमतर हुई है। यह बंगाल की जनता के साथ अन्‍याय है।