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कोरोनावायरस: मुंबई के चार और अस्पताल प्रभावित, नए मरीज भर्ती करने पर रोक

मुंबई में कोरोना संकट के चलते कई IAS अफसरों को घर पर रहने का निर्देश

मुंबई: कोरोना वायरस को लेकर महाराष्ट्र में लगातार सतर्कता बरती जा रही है। खुद सीएम उद्धव ठाकरे आये दिन फेसबुक लाइव के माध्यम से लोगों से घरों में रहने और सोशल डिस्टेंसिंग की अपील करते आ रहे हैं। यहां कोरोना पॉजिटिव की संख्या 1000 के पार चली गई है, ऐसे में सरकार कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती है। गुरुवार को चीफ सेक्रेटरी की ओर से राज्य के टॉप IAS अफसरों को घर में रहने का आदेश दिया गया है, कोरोना वायरस के खतरे के चलते इन्हें ऐसा करने का आदेश दिया गया है।
जिन IAS अफसरों को घर में रहने को कहा गया है, वो मुंबई की अवंति-अंबर बिल्डिंग में रहते हैं। इसी बिल्डिंग के क्वार्टर में रहने वाले एक व्यक्ति की मंगलवार रात को हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। व्यक्ति यहां ही रहने वाले IAS अफसर के घर पर काम करता था और सर्वेंट क्वार्टर में रहता था।
शुरुआती जानकारी में मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है, लेकिन प्रशासन अभी पुष्टि करना चाहता है कि ये मामला कोरोना वायरस का ना हो। अगर व्यक्ति किसी अन्य कोरोना वायरस पीड़ित के संपर्क में आया हो तो इसकी भी जांच की जाएगी। लेकिन जबतक इसकी पूरी रिपोर्ट सामने नहीं आती है, तब तक के लिए चीफ सेक्रेटरी ने सभी बड़े अफसरों को घर पर रहने को कहा है।
बता दें कि यहां रहने वाले कुछ अधिकारी कंट्रोल रूम के लिए काम करते हैं, जो इस वक्त कोरोना वायरस की संकट की घड़ी में सबसे अधिक काम कर रहा है।

वॉकहार्ट अस्पताल से 52 पॉजिटिव केस
मुंबई सेंट्रल स्थित वॉकहार्ट अस्पताल से 52 पॉजिटिव केस रिपोर्ट हुए। एक बिना लक्षण वाले मरीज के संपर्क में आने की वजह से स्टाफ को संक्रमण हुआ। अस्पताल को बीएमसी ने कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है।

बता दें कि वॉकहार्ट और जसलोक के बाद चार और प्राइवेट अस्पतालों ने नए मरीजों को लेना बंद कर दिया है। वॉकहार्ट और जसलोक में स्टाफ के कई सदस्य Covid-19 पॉजिटिव पाए गए थे।
Covid-19 मरीजों के संपर्क में संक्रमण की संभावना से बचाने के लिए जिन और चार अस्पतालों ने मरीजों के नए एडमिशन बंद करने का फैसला किया है, उनके नाम हैं- भाटिया हॉस्पिटल, ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल, हिंदुजा हॉस्पिटल (खार) और स्पंदन हॉस्पिटल (मुलुंड ईस्ट)।
भाटिया हॉस्पिटल ने अपने बयान में कहा, सूचित किया जाता है कि भाटिया अस्पताल के इमरजेंसी वॉर्ड में तीन मरीज रजिस्टर्ड थे, तीनों के स्वैब सैंपल कस्तूरबा अस्पताल भेजे गए, तीनों Covid-19 पॉजिटिव पाए गए। मरीजों को दाखिल करते वक्त प्रोटोकॉल का पूरी सख्ती से पालन किया गया। शुरुआती जांच पर संदेह होने पर तीनों में से एक मरीज को तत्काल आइसोलेटेड ICU में भर्ती कराया गया। फिर बाकी दो मरीजों के साथ भी ऐसा किया गया। एहतियात के तौर पर भाटिया अस्पताल के करीब 70 स्टाफ के स्वैब सैंपल लिए गए।

बीएमसी अधिकारियों के मुताबिक Covid-19 पॉजिटिव स्टाफ के संपर्क में आने की वजह से अस्पताल के 93 कर्मचारियों का टेस्ट किया जाएगा। इनमें डॉक्टर्स, नर्स और टेक्नीशियंस शामिल हैं। जब तक इनके टेस्ट के नतीजा नहीं आ जाते, अस्पताल को किसी भी नए मरीज को भर्ती नहीं करने के लिए कहा गया है। हिंदुजा अस्पताल में 76 वर्षीय महिला मरीज बुधवार को Covid-19 पॉजिटिव पाई गई। यहां भी अस्पताल के स्टाफ के टेस्ट नतीजे आने तक नए मरीजों के एडमिशन नहीं लेने के लिए कहा गया है। इस बीच पॉजिटिव टेस्ट वाली बुजुर्ग मरीज को सेवन हिल्स हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया है। साथ ही इस मरीज के 14 रिश्तेदारों की भी ऊंचे जोखिम वाले कॉन्टेक्ट के तौर पर पहचान की गई। इस अस्पताल में भी नए मरीज भर्ती करने पर रोक लगाई गई।
मुंबई के स्पंदन अस्पताल के 65 डॉक्टर्स, नर्स और अन्य स्टाफ को क्वारनटीन में भेजा गया है और उनके सैंपल टेस्ट के लिए भेजे गए हैं। इस अस्पताल में भर्ती घाटकोपर की एक वरिष्ठ नागरिक Covid-19 पॉजिटिव पाई गई। यहीं से संक्रमण बदलापुर की 80 वर्षीय महिला में फैला। दोनों महिलाओं की वायरस की वजह से मौत हो गई। इसी अस्पताल से एक और मरीज को मुलुंड के एक प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। उसके कोरोना वायरस टेस्ट का नतीजा भी पॉजिटिव आया है। इस अस्पताल की एक नर्स का टेस्ट भी पॉजिटिव आ चुका है। अस्पताल को तब तक बंद रखा जाएगा जब तक कि स्टाफ का 14 दिन का क्वारनटीन पीरियड खत्म नहीं हो जाता और उनके टेस्ट के नतीजे नहीं आ जाते।

कल्याण में एक परिवार के चार सदस्य Covid-19 पॉजिटिव
ठाणे के कल्याण की रहने वाली एक महिला के परिवार के चार सदस्य Covid-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें महिला की 6 महीने की बच्ची, पति, सास और ससुर हैं। महिला का एक 6 साल का बेटा भी है जिसे देखभाल के लिए उसने अपनी बिल्डिंग में ही रहने वाली सहेली के घर छोड़ दिया।
अब सारे पड़ोस वाले उस सहेली के पीछे पड़े हैं कि उसने बच्चे को अपने घर में क्यों रखा? साथ ही दबाव दे रहे हैं कि उस बच्चे को जल्दी वहां से हटाए, नहीं तो आसपास रहने वाले सभी को संक्रमण का खतरा हो जाएगा। जबकि इस बच्चे और उसकी मां का Covid-19 टेस्ट निगेटिव आया है।
बच्चे की मां ने बताया कि मेरा पूरा परिवार अस्पताल में भर्ती है। मेरा और कोई नहीं है जो मेरे 6 साल के बेटे की देखभाल कर सके। मैंने बिल्डिंग में ही रहने वाली सहेली से आग्रह किया कि जब तक मेरे परिवार के सदस्यों को अस्पताल से छुट्टी नहीं मिल जाती वो मेरे बेटे को अपने घर में रख ले। बिल्डिंग में रहने वाले दूसरे लोगों ने अब उस सहेली को भला-बुरा कहना शुरू कर दिया। वो बार बार उस बार दबाव डाल रहे हैं कि मेरे बेटे को अपने घर से निकालें। उनका कहना है कि अगर मेरा बेटा Covid-19 पॉजिटिव हुआ तो बिल्डिंग में रहने वाले सभी लोगों को संक्रमण का खतरा हो जाएगा।
महिला ने आगे कहा, वो लोग सहेली के घर में आने जाने वाले हर शख्स पर निगाह रख रहे हैं कि कहीं मेरे बेटे के लिए कोई दवा वगैरह तो नहीं ला रहा। वो बेटे का Covid-19 टेस्ट निगेटिव होने के बावजूद उसे वहां से हटाने पर ज़ोर दे रहे हैं।
महिला की बच्ची, पति और ससुर कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती हैं। उसकी सास अंधेरी में सेवन हिल्स अस्पताल में भर्ती है। महिला ने कहा, स्थानीय म्युनिसिपल बॉडी KDMC ने अब पूरी बिल्डिंग को सील कर दिया है। किसी को भी बिल्डिंग से बाहर जाने या अंदर आने की इजाजत नहीं दी जा रही है। ऐसे में हमारी मदद करने वाली मेरी सहेली को उत्पीड़ित किया जा रहा

बीएमसी के मुताबिक मुंबई एक बड़ी आबादी वाला शहर है और यहां मामलों की संख्या में इजाफा हो सकता है। लेकिन स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। बुधवार को रिपोर्ट हुए 106 केस में से 51 G साउथ वार्ड से है। इन मरीजों के हाई रिस्क वाले कॉन्टेक्ट की पहचान कर उन्हें क्वारनटीन किया जा रहा है।

मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने शिवड़ी से 95,000 मास्क जब्त किए हैं जिनकी कीमत 1.35 करोड़ रुपये है। पुलिस ने बताया कि इस सिलसिले में मुरुगा तैयब अटारी (36) को गिरफ्तार किया गया है।