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…जब सीएम योगी ने रविकिशन की मूंछों पर ली चुटकी, रविकिशन बाले- महाराज जी, आप अद्भुत सरप्राइज दे रहे है

गोरखपुर: वर्चुअल लोकार्पण व शिलान्यास समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदर सांसद रविकिशन की चुटकी ली। सांसद ने कार्यो की तारीफ की तो मुख्यमंत्री बोले- ‘आपकी मूंछ के अनुरूप काम हो रहा है।’ मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ‘आपने भरत का रोल किया था लेकिन मूंछ दूसरी तरह की रख ली है।’ इस पर सांसद और सभी ठहाके लगाते हुए हंस पड़े। सांसद ने कहा कि, ‘हम सोचे महराज जी की उस समय ब्लेड तो था नहीं, हम भइया के वियोग में दाढ़ी-मूंछ बढ़ाएंगे। ब्लेड एक ही था..।’
लोकार्पण व शिलान्यास के बाद अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने जनप्रतिनिधियों के संबोधन के क्रम में सबसे पहले सांसद रवि किशन को आमंत्रित किया। नेटवर्क में कुछ बाधा आयी तो अपर मुख्य सचिव ने उनको दोबारा आमंत्रित किया। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, रविकिशन जी तो अभी दिखाई पड़ रहे थे। इस पर रवि किशन ने अपने दोनों हाथ उठा दिए।

सांसद रविकिशन बाले- महाराज जी, आप अद्भुत सरप्राइज दे रहे हैं
बिजली निगम की परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास समारोह में मुख्यमंत्री योगी से वर्चुअल मुखातिब सदर सांसद रवि किशन ने विकास कार्यो के लिए उनका आभार जताया। बोले- ‘महाराज जी, आप अद्भुत सरप्राइज दे रहे हैं। अचानक आते हैं। आज आपने 215 करोड़ रुपये दे दिए। इतना काम हो रहा है कि शहर अब दुबई की तरह दिखेगा।’
सेंदुली-बेंदुली में मौजूद गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के विधायक विपिन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र को कई सौगात दी है। रानीबाग में मौजूद सहजनवां के विधायक शीतल पांडेय ने कहा कि आज हर तरफ प्रकाश की व्यवस्था हो गई है। उपभोक्ता सरकार की खूब प्रशंसा कर रहे हैं। बिछिया में मौजूद खजनी विधानसभा क्षेत्र के विधायक संत प्रसाद ने कहा कि गोरखपुर को पूरी बिजली मिलेगी। जर्जर और लटके तार, बांस-बल्ली की जगह पोल व तार लगाने से दुर्घटनाएं खत्म हो जाएंगी। कहा कि पहले की सरकारों में मांगने के बाद भी कुछ नहीं मिलता था और अब बिना मांगे सब कुछ मिल जा रहा है। वर्चुअल कार्यक्रम के लिए बिजली निगम ने पूरी तैयारी की थी लेकिन कुछ जगहों पर नेटवर्क को लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों से मन मोहा
शहर में 15 स्थानों पर वर्चुअल प्रसारण की व्यवस्था की गई थी। यहां कलाकारों ने लोकनृत्य, बिरहा, अहिरवा, इंद्रासनी और फरुआही नृत्य से वाहवाही बटोरी।