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नागपुर: चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बोबडे ने किया, देश के पहले ई-रिसोर्स सेंटर ‘न्याय कौशल’ का उद्घाटन, कहा- कोरोना ने खड़ी की फिजिकल सुनवाई के लिए चुनौती

नागपुर: नागपुर में भारत के पहले ई-रिसोर्स सेंटर ‘न्याय कौशल’ का उद्घाटन करते हुए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया शरद अरविंद बोबडे ने शनिवार को कहा कि कोरोना वायरस ने फिजिकल सुनवाई के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। वहीं, वर्चुअल सुनवाई एक उचित समाधान नहीं बन सकी है क्योंकि इससे उन लोगों में दो धड़े बन रहे हैं जो टेक्नोलॉजी का खर्च उठा सकते हैं और जो नहीं उठा सकते।
सीजेआई बोबडे ने कहा, हमने सुप्रीम कोर्ट में काम चलाने की कोशिश की, लेकिन यह महसूस हुआ कि इस तरह से सुरक्षित रूप से कोर्ट को जारी रखना संभव नहीं है। कोर्ट में कोई भी सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो नहीं की जा सकती थी। मुझे यह कहते हुए काफी गर्व हो रहा है कि अपने सहयोगियों के साथ हम यह सुनिश्चित करने में कामयाब रहे हैं कि कानून का शासन बनाए रखा जाए।
कोरोना महामारी के दौरान उन वकीलों, जिन्होंने अपने करियर खत्म कर लिए, उन पर बात करते हुए सीजेआई ने कहा, मैं एक मामला जानता हूं, जहां पर वकील ने सब्जी बेचनी चालू कर दी। कई राज्यों ने पोर्टेबल वाईफाई के साथ मोबाइल वैन की शुरुआत की है। वकील उनकी मदद से वाईफाई का इस्तेमाल कर सकते हैं। अब समय आ गया है कि इन असमानताओं को दूर किया जाए। हम जिस सेंटर का आज उद्घाटन कर रहे हैं, उससे इसी दिशा की ओर कदम बढ़ेंगे।
बता दें कि सीजेआई अरविंद बोबडे ने नागपुर में भारत के पहले ई-रिसोर्स सेंटर ‘न्याय कौशल’ का उद्घाटन किया है। इस रिसोर्स सेंटर ‘न्याय कौशल’ से देश की सभी जिला अदालतों, हाईकोर्ट्स और सुप्रीम कोर्ट में मामलों की ई-फाइलिंग की सुविधा मिल सकेगी।