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फेक TRP घोटाला: 40 लाख की रिश्वत देने के आरोप पर कांग्रेस की ओर से अर्नब के खिलाफ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज, बढ़ सकती है मुश्किलें

मुंबई: टीआरपी घोटाले में नाम आने के बाद कांग्रेस पार्टी, रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी के खिलाफ लगातार हमलावर है। बुधवार को कांग्रेस की ओर से कांदिवली के समता नगर पुलिस स्टेशन में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई गई है। इस कंप्लेंट में कांग्रेस की ओर से अर्नब को गिरफ्तार करने और उनके खिलाफ NIA से जांच करवाने की मांग की गई है।
कांग्रेस ने शिकायत के लिए BARC के पूर्व सीईओ और टीआरपी घोटाले में गिरफ्तार पार्थो दासगुप्ता के उस इकबालिया बयान को आधार बनाया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अर्नब ने TRP बढ़वाने के लिए तीन साल में उन्हें 40 लाख रुपए दिए थे। दासगुप्ता ने पुलिस को यह भी बताया है कि अर्नब ने दो बार उनके और उनके परिवार को वेकेशन ट्रिप पर जाने के लिए 12 लाख रुपए दिए थे।

मुंबई पुलिस आयुक्त से मिले मुंबई कांग्रेस के नेता
बुधवार को मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष भाई जगताप ने मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह से मुलाकात की और अर्नब के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस को अर्नव गोस्वामी और दासगुप्ता के बीच एक व्हाट्सएप चैट भी मिला है। इसमें पाकिस्तान में बालाकोट बेस पर भारतीय वायु सेना के हमले की चर्चा है। कांग्रेस की ओर से कहा जा रहा है कि गोस्वामी पहले से ही इस कार्रवाई के बारे में जानते थे। इसी को आधार बनाकर कांग्रेस ने राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम की धारा 5 के तहत अर्नब से पूछताछ करने की मांग की है।

दासगुप्ता ने अपने लिखित बयान में क्या कहा?
मैं अर्नब गोस्वामी को 2004 से जानता हूं। हम ‘टाइम्स नाउ’ में साथ में काम करते थे। मैं 2013 में सीईओ के पद पर BARC जॉइन किया। अर्नब गोस्वामी ने 2017 में रिपब्लिक लॉन्च किया।
रिपब्लिक टीवी की लॉन्चिंग से पहले ही उसने मुझे लॉन्चिंग प्लान के बारे में बताया था और इशारों-इशारों में उसके चैनल के लिए अच्छी रेटिंग देने में मदद मांगी थी। अर्नब अच्छी तरह जानते थे कि मुझे पता है कि TRP सिस्टम कैसे काम करता है। उन्होंने भविष्य में मेरी मदद की बात कही।
मैंने TRP रेटिंग में हेरफेर सुनिश्चित करने के लिए अपनी टीम के साथ काम किया जिससे रिपब्लिक टीवी को नंबर 1 रेटिंग मिली। यह सिलसिला 2017 से 2019 तक चलता रहा। इसके बदले 2017 में अर्नब लोवर परेल स्थित सेंट रेजिस होटल में मुझसे मिले और मेरी फ्रांस व स्विट्जरलैंड की फैमिली ट्रिप के लिए 6000 डॉलर दिए।
2019 में भी अर्नब मुझसे सेंट रेजिस में व्यक्तिगत रूप से मिले और मेरी स्वीडन व डेनमार्क की फैमिली ट्रिप के लिए 6000 डॉलर दिए।
2017 में अर्नब मुझसे ITC परेल होटल में मिले और 20 लाख रुपए नकद दिए।
2018 और 2019 में गोस्वामी ने होटल ITC परेल में मुझसे मिलकर 10-10 लाख रुपए दिए।

सप्लीमेंट्री चार्जशीट में हुआ इसका खुलासा
मुंबई पुलिस ने 11 जनवरी को अदालत में दायर 3,600 पेज की सप्लीमेंट्री चार्जशीट में यह दावा किया है कि अर्नब ने दासगुप्ता को दो फैमिली ट्रिप के लिए 8,75,910 रुपए दिए थे। चार्जशीट में BARC की एक फॉरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट भी पेश की गई है। इसमें दासगुप्ता और अर्नब के बीच वॉट्सऐप चैट और पूर्व काउंसिल कर्मचारी और केबल ऑपरेटर समेत 59 लोगों के बयान शामिल हैं।

अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है मुंबई पुलिस
मुंबई पुलिस इस मामले में 12 लोगों को अरेस्ट कर चुकी है, जिसमें पूर्व दासगुप्ता के अलावा, BARC के पूर्व COO रोमिल रमगढ़िया और रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के सीईओ विकास खानचंदानी भी शामिल हैं। मुंबई पुलिस ने इन लोगों के खिलाफ अक्टूबर 2020 में केस दर्ज किया था और पहली चार्जशीट नवंबर 2020 में दर्ज हुई थी। दूसरी चार्जशीट के अनुसार, दासगुप्ता का बयान 27 दिसंबर 2020 को क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के दफ्तर में दो गवाहों की मौजूदगी में शाम सवा पांच बजे रिकॉर्ड किया गया था।

दासगुप्ता के वकील ने बयान को नकारा
दासगुप्ता के बयान पर उनके वकील अर्जुन सिंह ने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ से कहा, हम इस बयान को पूरी तरह नकारते हैं क्योंकि यह दबाव में दर्ज किया गया बयान होगा, कोर्ट में इसकी कोई प्रमाणिकता नहीं है।