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केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया- देश में ‘बर्ड फ्लू’ के इंसानों में संक्रमण की संभावना नहीं

नयी दिल्ली: केंद्र सरकार ने कहा है कि भारत में इंसानों के बीच बर्ड फ्लू का संक्रमण फैलने की संभावना नहीं है, लिहाजा किसी तरह घबराने की जरूरत नहीं है. अभी तक जिन राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले पाए गए हैं, वे स्थानीय स्तर के ही हैं. पशुपालन राज्य मंत्री संजीव बालियान ने कहा है कि अभी तक 4 राज्यों से बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि हुई है. कहीं और से केंद्र सरकार को एवियन इनफ्लुएंजा (Avian Influenza) के नए मामलों की रिपोर्ट नहीं मिली है.
देश में अभी तक एवियन इनफ्लुएंजा (Avian Influenza) के मामले स्थानीय स्तर पर ही मिले हैं और उन्हें नियंत्रित करने में मदद मिली है. बालियान के मुताबिक, कुछ राज्यों में नमूने इकट्ठा कर के जांच के लिए भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है. मीडिया की खबरों से पता चला है कि चिकन और अंडों की मांग कम होने के साथ इनकी कीमत गिरी है. कई बार बाजार पर ऐसे कारणों से लोगों की मनस्थिति का असर दिखाई देता है. हालांकि अभी देश के किसी भी हिस्से में मुर्गी या अन्य पोल्ट्री उत्पादों में बर्ड फ्लू का कोई मामला नहीं मिला है. उन्होंने स्पष्ट किया कि एवियन इनफ्लुएंजा का इंसानों के बीच फैलना भारत में संभव नहीं है क्योंकि देश में अंडे या अन्य पोल्ट्री उत्पाद उबालकर या अच्छे से पकाकर खाए जाते हैं.

दिल्ली सरकार ने रैपिड रेस्पांस टीमें बनाईं
दिल्ली के आसपास भी बर्ड फ्लू ( Delhi Bird Flu) के मामले मिलने से राज्य सरकार चौकन्ना हो गई है. दिल्ली सरकार के पशुपालन विभाग के सूत्रों ने कहा है कि राजधानी में किसी भी बर्ड फ्लू के खतरे से निपटने के लिए एहतियात के तौर पर 11 रैपिड रेस्पांस टीमों का गठन किया या है. इन रैपिड रेस्पांस टीमों को निर्देश दिया गया है कि वह दिल्ली के बड़े जलाशयों, बर्ड सेंचुरी, चिड़ियाघर या जिन इलाकों में बत्तख की संख्या ज्यादा है, वहां नजर रखी जाए. जैव विविधता पार्क जैसे इलाकों में भी निगरानी बरती जाए. दिल्ली में नवंबर से मार्च के बीच बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं.

बर्ड फ्लू इलाकों से ही पोल्ट्री आपूर्ति होगी
यह तय किया गया है कि दिल्ली में बर्ड फ्लू से मुक्त इलाकों और मंडियों से ही पोल्ट्री की सप्लाई की अनुमति दी जाए. राजधानी के अलग-अलग इलाकों से करीब 100 सैंपल इकट्ठा किए गए हैं. इन्हें जालंधर के नॉर्दर्न रीजनल डिसीज डायग्नोस्टिक लैब में जांच के लिए भेजा गया है. इसके नतीजे सप्ताह के अंत तक आएंगे. दिल्ली में एक भी व्यावसायिक पोल्ट्री फॉर्म नहीं है.