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राजस्थान में कैसे बची सीएम की कुर्सी: गहलोत ने मीडिया के सामने किया शक्ति प्रदर्शन, 109 विधायकों के समर्थन का दावा

नयी दिल्ली: राजस्थान में सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया है कि उनके पास बहुमत मौजूद है। सोमवार को विधायक दल की बैठक दो घंटे तक टाले जाने के बाद दोपहर करीब 1:15 बजे अशोक गहलोत के आवास पर मीडिया के सामने विधायकों के संग शक्ति प्रदर्शन किया गया। सोनिया गांधी और राहुल गांधी जिंदाबाद नारों के बीच सीएम अशोक गहलोत ने पर्यवेक्षक रणदीप सिंह सुरजेवाला और अजय माकन के साथ विक्ट्री निशान बनाकर यह जताने की कोशिश की एक बार फिर उन्होंने जादू कर दिया है।

कांग्रेस पार्टी ने 109 विधायकों के बैठक में मौजूद होने का दावा किया है, हालांकि सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के करीब 17 विधायक बैठक से गायब रहे, जिनके सचिन पायलट के साथ होने की बात कही जा रही है। दूसरी तरफ पायलट गुट अभी भी 30 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहा है।

इससे पहले सचिन पायलट ने दावा किया था कि कांग्रेस के 30 से अधिक विधायकों और कुछ निर्दलीय विधायकों द्वारा उन्हें समर्थन देने के वादे के बाद अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है। गौरतलब है कि 200 सदस्यों की विधानसभा में कांग्रेस के 107 और भाजपा के 72 विधायक हैं।

क्या होगा यदि 19 विधायकों ने इस्तीफा दिया?
वैसे तो सचिन पायलट कैंप 25 से 30 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहा है। लेकिन सोमवार दोपहर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में इतने तो नहीं लेकिन कम से कम 19 एमएलए शामिल नहीं हुए। अगर मध्य प्रदेश की तर्ज पर राजस्थान कांग्रेस में भी ‘बागी’ विधायक इस्तीफा देते हैं तो विधानसभा की स्ट्रेंथ 200 से घटकर 181 हो जाएगी। ऐसे में बहुमत के लिए कम से कम 91 सीटों की जरूरत होगी।

सचिन को मानाने का जिम्मा प्रियंका गांधी को
राहुल गांधी के बेहद करीबी दोस्त माने जाने वाले सचिन पायलट को मनाने का जिम्मा प्रियंका गांधी को मिला है। इस विवाद को खत्म करने के लिए प्रियंका गांधी खुद उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और सीएम गहलोत से बात कर रही हैं। कुछ ही देर पहले जयपुर स्थित कांग्रेस के मुख्यालय से सचिन पायलट के प्रदेश अध्यक्ष के पद वाले पोस्टर हटा दिए गए थे। लेकिन प्रियंका गांधी के आदेश पर दोबारा से पोस्टर लगा दिए गए हैं।

सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी ने सचिन पायलट से फोन पर बात की हैं। साथ ही भरोसा दिलाया है कि उनकी बातों को पार्टी में सुना और समझा जाएगा। प्रियंका ने दोनों नेताओं से कहा है कि बातचीत के जरिए विवाद को सुलझाया जाए।

मिलिंद देवड़ा को कांग्रेस ने बनाया दूत
मुंबई कांग्रेस के युवा नेता मिलिंद देवड़ा को कांग्रेस ने दूत बनाया है। सूत्रों का कहना है कि मिलिंद देवड़ा को मुंबई से दिल्ली बुलाया गया है और उन्हें सचिन पायलट को मनाने को कहा गया है। सचिन पायलट की तरह ही मिलिंद देवड़ा भी कांग्रेस के युवा चेहरे हैं।

निरुपम ने कहा-सचिन पायलट को रोका जाए
मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने कहा कि दुनिया कि हर पार्टी में मतभेद होते हैं। लेकिन समस्याओं को सुलझाना नेतृत्व का काम है। राजस्थान में ऐसा बड़ा विवाद नहीं है कि जिसे रोका नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि पार्टी हित में सचिन पायलट को रोका जाना चाहिए। पार्टी से एक-एक कर सारे नेता चले ही जाएंगे तो बचेगा कौन?

इससे पहले कांग्रेस आलाकमान के दूत माने जाने वाले रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि सचिन पायलट समेत तमाम नाराज विधायकों के लिए पार्टी के दरवाजे खुले हैं। वे आलाकमान से जब चाहे तब बात कर सकते हैं। पार्टी बैठक में आकर अपनी बात रखें। उन्होंने कहा कि परिवार के लोग जब नाराज़ हो जाते हैं तो वह मां-पिता या चाचा-ताऊ से बात करके मुद्दों को सुलझा लेते हैं।

सीएम अशोक गहलोत के करीबियों के घर आयकर विभाग का छापा
अशोक गहलोत के करीबी धर्मेंद्र राठौड़ और राजीव अरोड़ा के घर आयकर विभाग की टीम छापेमारी कर रही है। दोनों के दिल्ली और राजस्थान के ठिकानों पर छापेमारी चल रही है।
जानकारी के अनुसार धर्मेंद्र राठौड़ और राजीव अरोड़ा सीएम अशोकर गहलोत के पॉलिटिक्ल और फंड मैनेजर हैं।
गहलोत के करीबियों के घर सीआरपीएफ की मदद से आयकर विभाग छापेमारी कर रही है। इसके साथ ही जयपुर के फेयरमाउंट होटल पर भी छापेमारी चल रही है, जो कि कथित रूप से गहलोत के रिश्तेदारों का बताया जाता है। कहा जाता है कि इस होटल में गहलोत के रिश्तेदारों का निवेश है।
यहां ईडी और आयकर विभाग की छापेमारी कर रही है। खबर है कि कांग्रेस के विधायकों को यहीं रखा जाना था। इसके अलावे अम्रपाली ग्रुप के ठिकानों पर भी छापेमारी चल रही है। यहीं नहीं कांग्रेस से ताल्लुक रखने वाले कोटा में कुछ कोचिंग संचालकों के यहां भी आयकर विभाग की छापेमारी चल रही है।