ब्रेकिंग न्यूज़मुंबई शहर

सावधान! मुंबई में बाइक पर पीछे बैठने वाले को भी हेलमेट पहनना हुआ अनिवार्य; नियम तोड़ा तो 3 महीने के लिए सस्पेंड होगा लाइसेंस; 500 जुर्माना!

मुंबई,(राजेश जायसवाल): मुंबई में दोपहिया वाहन पर पीछे बैठने वालों के लिए भी हेलमेट अनिवार्य किया गया है। 15 दिन के अंदर नियमों का पालन नहीं करने पर पुलिस दंडात्मक कार्रवाई करेगी। यातायात नियमों का पालन नहीं करने वालों को अब यातायात पुलिस ने सख्त चेतावनी दी है। इसलिए अब मोटरसाइकिल सवार के साथ पीछे बैठे व्यक्ति के लिए भी हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा।
ट्रैफिक पुलिस ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह स्पष्ट किया है कि नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसे अगले 15 दिनों में लागू कर दिया जाएगा। पुलिस ने इस संबंध में एक सर्कुलर भी जारी कर दिया है। इसलिए 15 दिन बाद मुंबई में बाईक की पीछे सीट पर बैठने वाले को भी हेलमेट पहनना जरुरी होगा। साथ ही ट्रैफिक पुलिस ने सड़क सुरक्षा के लिए भी कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

बता दें कि दोपहिया वाहन चालक और पीछे बैठे व्यक्ति द्वारा हेलमेट का प्रयोग न करने पर 500 रुपये जुर्माना और 3 महीने के लिए लाइसेंस निलंबित करने का प्रावधान है। ऐसे में मुंबई शहर में कई बाइक सवार बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल चलाते हैं। साथ ही पीछे बैठे व्यक्ति भी हेलमेट नहीं पहनते हैं। दरअसल, मोटर व्हीकल एक्ट, 1988 की धारा 129 (194) (डी) के तहत मोटरसाइकिल सवार और उसके पीछे बैठे व्यक्ति द्वारा हेलमेट पहनना अनिवार्य है। इतना ही नहीं नए मोटर व्हीकल एक्ट की धारा (129) के मुताबिक, चार वर्ष से अधिक की उम्र का जो भी शख्स दोपहिया वाहन पर बैठेगा, उसके लिए भी हेलमेट अनिवार्य है। एक्ट की धारा (128) के मुताबिक, दोपहिया वाहन चालक अपने अतिरिक्त सिर्फ एक सवारी ही बिठा सकता है। यदि दोपहिया वाहन पर दो से अधिक सवारी होंगी तो जुर्माना भरना होगा।


मुंबई ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मोटर व्हीकल एक्ट कानून में बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल चलाने पर 500 रुपये जुर्माना और तीन महीने के लिए लाइसेंस निलंबित करने का प्रावधान है। सभी नागरिकों से अनुरोध है कि मोटरसाइकिल चालक और उसके पीछे बैठे व्यक्ति द्वारा हेलमेट पहनाएं। अन्यथा,15 दिनों के बाद, ऐसे मोटरसाइकिल चालकों के पीछे बैठे व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके पीछे का कारण बताया जा रहा है कि मुंबई में एक्सीडेंट की बढ़ती घटनाओं के बाद पुलिस काफी सख्त नज़र आ रही है।

मुंबई में होते हैं सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट
आर्थिक राजधानी मुंबई देश का सबसे भीड़भाड़ वाला शहर माना जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट मुंबई में होते है।महाराष्ट्र में हुई कुल सड़क दुर्घटनाओं में से 45 प्रतिशत से अधिक सड़क दुर्घटनाएं मुंबई में हुई हैं।
राज्य में हुई कुल 19,383 दुर्घटनाओं में से जनवरी से अप्रैल के बीच 5,333 लोगों की मौत हुई और 9,120 लोग घायल हुए! इस बीच, 8,768 दुर्घटनाओं के साथ रोड एक्सीडेंट के मामलो में मुंबई महाराष्ट्र में टॉप पर है। इसके बाद, अहमदनगर (554), पुणे (539), नासिक (536), कोल्हापुर (406) अन्य जिलों और शहरों में शामिल हैं।
परिवहन विभाग, मेट्रो रेल, सड़क निर्माण, जल निकासी सुधार आदि सहित शहर के चारों ओर चल रहे परियोजना कार्यों को इन बढ़ती दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार मानता है। इसके अलावा, सड़कों पर गड्ढे और बैरिकेड्स के कारण भी कई बार बड़े हादसे हो जाते है।
आरटीओ के एक अधिकारी ने कहा कि मुंबई में दुर्घटनाएं घातक नहीं हैं, लेकिन हमने पाया है कि घायल होने वालों की संख्या ज्यादा है। इसके अलावा, विशेषज्ञों का दावा है कि मौजूदा सड़क की स्थिति मानसून के दौरान औऱ खस्ताहाल हो जाती है।
इस बीच, 2021 में महाराष्ट्र में रोजाना औसतन 36 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई। महाराष्ट्र हाईवे सेफ्टी पेट्रोल के आंकड़ों के मुताबिक, 2021 में 29,292 हादसों में 13,346 लोगों की मौत हुई और 15,922 लोग घायल हुए।
2020 की तुलना में मरने वालों की संख्या में 1,777 का इजाफा हुआ है। इसके अतिरिक्त, पिछले पांच वर्षों में, महाराष्ट्र में 1,58,960 दुर्घटनाओं में कुल 63,475 लोग मारे गए हैं। इसी तरह, मुंबई में 2020 में 288 मौतों से 2021 में 277 मौतों की गिरावट देखी गई थी।