उत्तर प्रदेशदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़मनोरंजनमहाराष्ट्रमुंबई शहर

हसंते-हँसाते रुला गए ‘गजोधर भईया’; नहीं रहे मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव, 58 की उम्र में AIIMS में ली अंतिम सांस!

नयी दिल्ली: देश के जाने-माने कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का 58 वर्ष की उम्र में बुधवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। दिल्ली के एक जिम में 10 अगस्त को जिम करते राजू को हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उन्हें दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। यहां उनकी एंजियोप्लास्टी की गई है, लेकिन उन्हें होश नहीं आया। राजू श्रीवास्तव लगातार 41 दिनों से बेहोश थे।
राजू श्रीवास्तव का एम्स में इलाज जाने-माने डाक्टर नीतीश नाइक के नेतृत्व में चल रहा था। इलाज के दौरान बीच में खबर आई थी कि राजू की हालत में काफी सुधार आ रहा है। उनकी हालत स्थिर हुई थी लेकिन एक महीने से ज्यादा समय तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद आखिरकार दुनिया को हँसाने वाला सभी को रुला कर चला गया।
मिली जानकारी के मुताबिक, ब्रेन को छोड़कर राजू श्रीवास्तव के सारे अंग ठीक से काम कर रहे थे। एम्स के आईसीयू में भर्ती राजू श्रीवास्तव को पिछले डेढ़ सप्ताह के दौरान इंफेक्शन के चलते कई बार बुखार भी आया था। डॉक्टरों की टीम लगातार उनके स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुए थी।

गौरतलब है कि राजू श्रीवास्तव के लिए देश-दुनिया से उनके फैन्स लगातार ईश्वर से प्रार्थना कर रहे थे लेकिन राजू ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। आज 10.20 मिनट पर 58 वर्ष की उम्र में राजू श्रीवास्तव अपनी सांसारिक यात्रा सम्पूर्ण कर प्रभु चरणों में विलीन हो गए।

राजू श्रीवास्तव का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक मिडिल क्लास फैमिली में 25 दिसंबर 1963 को हुआ था। बचपन में उनका नाम सत्यप्रकाश श्रीवास्तव था। राजू को बचपन से ही मिमिक्री और कॉमेडी का बहुत शौक था। राजू को कॉमेडी शो The Great Indian Laughter Challenge से पहचान मिली थी। इस शो से मिली सफलता के बाद राजू ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा! राजू श्रीवास्तव देश के सबसे पॉपुलर और पसंदीदा कॉमेडियन में से एक थे। कभी इन्होंने रियलिटी शो में बेहतरीन परफॉर्मेंस देकर लोगों को गुदगुदाया, तो कहीं फिल्मों के जरिए लोगों को मनोरंजन किया।
इनके पिता रमेश चंद्र श्रीवास्तव एक सरकारी कर्मचारी थे और शौकिया तौर पर कविताएं लिखा करते थे। छुट्टियों में पिता कवि सम्मेलन का हिस्सा बना करते थे, जिन्हें बलाई काका नाम से पहचाना जाता था।
पिता से राजू को भी लोगों का मनोरंजन करने का गुर विरासत में मिला। बचपन से ही राजू घर आए मेहमानों के सामने मिमिक्री करते और स्कूल में टीचर की भी नकल उतारकर लोगों को खूब हंसाते। कई टीचर उन्हें बद्तमीज कहते हुए सजा देते थे, लेकिन एक टीचर ऐसे भी थे जो इन्हें बढ़ावा दिया और कॉमेडी में करियर बनाने की सलाह दी।
लोगों ने राजू को लोकल क्रिकेट मैच में कमेंट्री करने की सलाह दी। इससे ये अपने हुनर को कॉन्फिडेंट के साथ लोगों के सामने पेश करने लगे। ये बचपन से ही कॉमेडियन बनना चाहते थे, लेकिन असल में इनकी प्रेरणा अमिताभ बच्चन थे। बिग-बी की फिल्म दीवार देखने के बाद राजू ने एक्टर बनने का फैसला किया।

कॉमेडियन बनने का सपना लेकर पहुंचे थे मुंबई
राजू बचपन से ही एक्टिंग और कॉमेडी में हाथ आजमाना चाहते थे, जिसके लिए वो 1982 में लखनऊ छोड़कर सपनों के शहर मुंबई चले आए। यहां ना रहने को घर था ना खाने के पैसे। घर से भेजे गए पैसे जब कम पड़ने लगे तो राजू ऑटो ड्राइवर बन गए। राजू अपनी सवारी को भी हंसाते थे। मुंबई में राजू को करीब 4-5 सालों तक संघर्ष करना पड़ा था।

सवारी ने दिलाया था कॉमेडी में पहला ब्रेक
एक दिन एक सवारी ने राजू के स्टाइल से इंप्रेस होकर उन्हें स्टेज परफॉर्मेंस देने को कहा। राजू मान गए और परफॉर्मेंस दी, जिसके लिए सिर्फ 50 रुपए मिले थे। इसके बाद राजू लगातार स्टेज शो करने लगे।

अमिताभ बच्चन की तरह दिखने पर मिली पहचान
स्टेज शो करते हुए राजू श्रीवास्तव अमिताभ बच्चन की भी नकल उतारा करते थे। यहीं से लोगों ने उनके लुक की तुलना अमिताभ बच्चन से करना शुरू कर दी।
स्टेज शो करते हुए इंडस्ट्री के लोगों से जान-पहचान बढ़ी तो इन्हें फिल्मों में छोटे-मोटे रोल भी मिलने लगे। राजू पहली बार 1988 की फिल्म तेजाब में नजर आए। आगे उन्होंने करीब 19 फिल्मों में काम किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पूर्व सीएम अखिलेश यादव समेत तमाम बड़े नेताओं और फिल्मी हस्तियों ने राजू श्रीवास्तव के निधन पर शोक जताया है।